चीनी बनाने की सबसे पहली मिल अंग्रेजो ने 1868 मेँ लगाई थी ।उसके “पहले भारतवासी शुद्ध देशी गुड़ खाते थे और कभी बीमार नहीँ पड़ते थे”
(1)चीनी बनाने की प्रक्रिया में गंधक का सबसे अधिक प्रयोग होता है । गंधक माने पटाखों का मसाला
(2)गंधक अत्यंत कठोर धातु है जो शरीर मेँ चला तो जाता है परंतु बाहर नहीँ निकलता ।
(3)चीनी कॉलेस्ट्रॉल बढ़ाती है जिसके कारण हृदयघात या हार्ट अटैक आता है ।
(4)चीनी शरीर के वजन को अनियन्त्रित कर देती है जिसके कारण मोटापा होता है ।
(5)चीनी रक्तचाप या ब्लड प्रैशर को बढ़ाती है ।
(6)चीनी ब्रेन अटैक का एक प्रमुख कारण है ।
(7)चीनी की मिठास को आधुनिक चिकित्सा मेँ सूक्रोज़ कहते हैँ जो इंसान और जानवर दोनो पचा नहीँ पाते ।
(8)चीनी बनाने की प्रक्रिया मेँ तेइस हानिकारक रसायनोँ का प्रयोग किया जाता है ।
(9)चीनी डाइबिटीज़ का एक प्रमुख कारण है ।
(10)चीनी पेट की जलन का एक प्रमुख कारण है ।
(11)चीनी शरीर मे ट्राइ ग्लिसराइड को बढ़ाती है ।
(12)चीनी पेरेलिसिस अटैक या लकवा होने का एक प्रमुख कारण है।
(13) आधुनिक वैग्यानिको का मत है कि चीनी , भांग गांजा,अफीम,चाय,कॉफी,आदि की तरह नशा कारक पदार्थ है
(14) चीनी को चमकीला बनाने के लिए बोनचार डाला जाता है और बोनचार पशुओ की हड्डियों से बनता है
अत:चीनी एक मीठा ज़हर है