घरेलू गैस पर सब्सिडी छोड़ने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे ‘गिव इट अप’ अभियान के तहत अभी तक 1 करोड़, 13 लाख लोगों ने अपनी सब्सिडी छोड़ी है।
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने नई दिल्ली में ‘गिव इट अप’ अभियान पर मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि इस वजह से 60 लाख गरीब परिवारों को नए गैस कनेक्शन मुहैया हुए हैं। केन्द्र सरकार 1 मई से ‘प्रधानमंत्री उज्जवला योजना’ की शुरुआत करने जा रही है जिसके तहत तीन वर्षों में 5 करोड़ गरीब महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन दिया जाएंगे।
इस अभियान के पिछले साल 27 मार्च को शुरु होने के बाद अभी तक 1 करोड़, 13 लाख लोगों ने खुद से अपनी गैस सब्सिडी छोड़ दी है। पांच राज्यों महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, कर्नाटक और तमिलनाडु को लोगों ने इसमें बाजी मारी है।
इसके अलावा मोदी सरकार एक और बड़ी पहल करने जा रही है। प्रधानंत्री 1 मई को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से ‘प्रधानमंत्री उज्जवला योजना’ की शुरूआत करने जा रहे हैं। इस योजना के तहत तीन वर्षो में 5 करोड़ गरीब महिलाओं को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन वितरित किए जाएंगे और इस साल करीब 1.5 करोड़ महिलाओं को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया है।
मौजूदा समय में देश में कुल 16 करोड़, 64 लाख गैस कनेक्शन है और उम्मीद है कि आगे आने वाले तीन वर्षों में हर साल तीन करोड़ नए कनेक्शन जुड़ेंगे जिसमें से आधे से अधिक कनेक्शन गरीब महिलाओं को मुफ्त मिलेंगे।
एक सर्वेक्षण के मुताबिक हर साल खाना पकाने वाले चूल्हे के धुयें के कारण पांच लाख महिलाओं को जान गंवानी पड़ती है और दिनभर में करीब 400 सिगरेट के बराबर धुआं झेलना पड़ता है।