उज्जैन में 22 अप्रैल से 21 मई 2016 तक होने वाले सिंहस्थ के लिये पहला कॉल सेन्टर शुरू हो गया है। कोई भी व्यक्ति जब अपने मोबाइल या लेंडलाइन से 1100 नम्बर डॉयल करेगा तो उसे सिंहस्थ संबंधी जानकारी मिल सकेगी। कॉल सेन्टर में 10 लाइन दी गई है। यह सुविधा अभी वर्तमान में कार्यालयीन समय में प्रारंभ की गई है। आगे चलकर कॉल सेन्टर की क्षमता 25 लाइन की जायेगी।
कॉल सेन्टर के जरिये यातायात, झोन और सेक्टर में की जा रही व्यवस्थाओं की जानकारी के अलावा सिंहस्थ से जुड़ी अन्य जानकारियाँ भी मिल सकेगी। सिंहस्थ मेला कार्यालय जल्द ही ‘मिस्ड कॉल सुविधा’ शुरू करने जा रहा है। इस सुविधा में मिस्ड कॉल करने पर फोन सिंहस्थ लिंक से जुड़ जायेगा।
मेला क्षेत्र में 1748 प्लाट आवंटित
सिंहस्थ मेला क्षेत्र में अब तक 1748 भू-खण्ड आवंटित कर दिये गये हैं। काल भैरव झोन में 131, मंगलनाथ झोन में 741, दत्त अखाड़ा झोन में 771 और महाकाल झोन में 105 भू-खण्ड आवंटित किये गये हैं। सिंहस्थ में पहली बार अखाड़ों, साधु-संतों को मेला क्षेत्र में आवंटित किये जाने वाले भू-खण्ड आवंटन-पत्र को आई.टी. से जोड़ा गया है। क्यूआर कोडयुक्त आवंटन-पत्र यूनिक हैं। क्यूआर कोडयुक्त तकनीक बार कोड से आगे की तकनीक है। क्यूआर कोड के कारण भू-खण्ड आवंटन-पत्र सुरक्षित है। इस को बदला नहीं जा सकता है, न ही इस पर ओव्हर राइटिंग की जा सकती है। क्यूआर कोड को रीडर साफ्टवेयर पर रीड करने पर इससे जुड़ी विस्तृत जानकारी स्क्रीन पर आ जायेगी। क्यूआर कोड स्मार्ट फोन से भी स्केन हो सकेगा। इस कारण ‘ऑन द स्पाट’ आवंटन-पत्र की जाँच हो सकेगी।
दत्त अखाड़ा झोन में 1786 कर्मचारी तैनात होंगे
दत्त अखाड़ा झोन में तेजी से कार्य किये जा रहे हैं। इस झोन में 1786 कर्मचारी तैनात किये जायेंगे। झोन में 1708 भू-खण्ड है। इस क्षेत्र में 161 प्याऊ स्थापित की जायेंगी। समतलीकरण का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। पानी के लिए 3 टंकी बनाई गई हैं, जिनकी टेस्टिंग कर ली गई है। पंचायती अखाड़े में गेट, सड़क एवं बाउण्ड्री वाल बनवाई गई है। आनंद अखाड़े में कमरों और रोड का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। त्रिवेणी बैराज के पास बने घाटों को गेरूआ रंग से पोता गया है। गेरूए एवं हल्के गुलाबी रंग से पुत जाने के बाद यह घाट आकर्षक बन गये हैं।