दिल्ली : उत्तराखंड की प्रसिद्ध व् राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित लोकगायिका कबूतरी देवी को उत्तराखंड के कला प्रेमी दिल्ली में श्रध्दांजलि व् शोक सभा का आयोजन करेंगे , लोक गायक बिशन सिंह रावत हरियाला ने बताया की स्वर्गीय कबूतरी देबी जी को 9 जुलाई , शाम 5.30 बजे गढवाल भवन पंचकुईया रोड पर दिल्ली में श्रध्दांजलि अर्पित की जाएगी इस सभा में सभी कला प्रेमी , साहित्य कवी, निर्माता व् निर्देशक अपनी ओर से भावभीनी श्रध्दांजलि देंगे ।
उत्तराखंड की प्रसिद्ध व् राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित लोकगायिका कबूतरी देवी का शनिवार को निधन हो गया। कबूतरी देवी पिथौरागढ़ में अपनी बेटी के साथ रह रही थीं। उन्होंने पर्वतीय लोक संगीत को अंतरराष्ट्रीय मंचों तक पहुंचाया था। उन्हें लोग उत्तराखंड की तीजनबाई कहते थे। उन्होंने पहली बार उत्तराखंड के लोकगीतों को आकाशवाणी और प्रतिष्ठित मंचों के माध्यम से प्रचारित किया था।
उन्होंने जब गण सुरु किया था जब कोई महिला आकाशवाणी के लिए नहीं गाती थीं। 70 के दशक में उन्होंने रेडियो जगत में उत्तराखंड के लोक गीतों को नई पहचान दिलाई थी। उन्होंने आकाशवाणी के लिए करीब 100 से अधिक गीत गाए थे। उनके गीत आकाशवाणी के रामपुर, लखनऊ, नजीबाबाद और चर्चगेट, मुंबई के केन्द्रों से प्रसारित होते थे। जीवन का अधिकतर समय उन्होंने अपने परिवार सहित बहुत ही गरीबी में बिताये 2002 से उनकी प्रतिभा को सम्मान मिलना शुरू हुआ था । फिर उन्हें कई सम्मान मिले और उत्तराखंड के संस्कृति विभाग ने उन्हें पेंशन देने का भी फैसला किया।