देहरादून के सेलाकुई क्षेत्र में हालात बद से बदतर हो चुके है। मुख्य राजमार्ग स्थित शराब के ठेके की आढ़ में खुलेआम अवैध रूप से ना सिर्फ शराब बेची जा रही है बल्कि शराबियों के लिए अवैध ठिये का भी पक्का निर्माण करवाया गया है। अंधी लूट मची है, हर बोतल पर 30 से 40 रुपये अवैध वसूली की जा रही है। उत्तराखंड में ठेके केवल रात 10 बजे तक खुल सकते है परंतु इस ठेके से आप जब चाहे शराब खरीद सकते है बस ‘extra tax’ देना होगा।
यह सारा गोरख धन्दा ठीक पुलिस की नाक के नीचे हो रहा है, ठेके से मात्र कुछ दूरी पर सेलाकुई पुलिस चौकी है पर निश्चित ही क्षेत्र की पुलिस की आँखों पर शराब माफिया ने पट्टी बाँधी हुई है। ठेके के आसपास पुलिस तैनात रहती है पर ना जाने क्यों सब देख कर भी मौन रहती है। ठेके के ठीक बगल में शराब पिलाने के लिए अवैध अड्डे के पक्का निर्माण किया गया है जहां कुछ पैसे देकर आप सुरक्षित होकर शराब का आनंद ले सकते है। बगल में ही बड़ा प्लॉट है जहां खुले में शराब पीने की सुविधा उपलब्ध है।
एक ओर जहां देहरादून की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नशे के विरुद्ध मुहीम छेड़े बैठी है और ताबड़तोड़ कार्यवाही कर अब तक सैंकड़ो नशे के सौदागरों को जेल भिजवा चूकि है वहीं ऐसे गंभीर मुद्दे पर संज्ञान ना लिया जाना हैरत में डालता है। हालात ऐसे है कि दिन में भी बहन-बेटियां ठेके के आसपास से गुजरने में डरती है, रात की तो बात ही छोड़ दे।
अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद – राष्ट्रीय बजरंग दल की क्षेत्रीय इकाई द्वारा शराब माफिया का विरोध किया गया और परसो ही 9 वीडियो मेरे द्वारा वायरल की गई। शराब माफिया पर कार्यवाही करने के बजाय अब होनहार पुलिस हमारे सभी कार्यकर्ताओं के घर जाकर उनका सत्यापन कर रही है। दुख होता है खाकी की ऐसी बेचारगी पर जब अपराधियों को छोड़ सभ्य समाज को शोषित करना पड़ता है।
निश्चिन्त रहे हम भी डटे रहेंगे और अधर्म के विरुद्ध मृत्यु आने तक लड़ते रहेंगे।