लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चूका है। सर्द भरे तापमान के बाबजूद राजनैतिक सरगर्मी ने देश के कथित वीवीआईपी संसदीय क्षेत्र अमेठी का राजनैतिक तापमान बढ़ा दिया है। हर तरफ राजनैतिक चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। राजनैतिक पंडित अपने-अपने समीकरण बनाने में लगे हैं। भावी प्रत्याशी अपने-अपने समर्थन में स्वयं को बढ़ा- चढ़ा कर पेश करने से चूक नहीं रहे हैं। कांग्रेस से अमेठी के वर्त्तमान सांसद राहुल गांधी अपने तीसरे राजनैतिक हेतु पुनः उम्मीदवार होंगे। हालाँकि 10 जनवरी के उनके आगमन कि सारी तैयारी प्रकृति के कोप के कारन स्थगित हो गया। खास बात यह है कि पिछले काफी समय से सुल्तानपुर के कांग्रेस सांसद डा. संजय सिंह के भाजपा में शामिल होने की चर्चा शीर्ष पर थी। विश्वसनीय सूत्र के अनुसार संजय सिंह की शर्त को भाजपा हाईकमान के असहमति एवं संघ की हरी झंडी न मिल पाने के कारण यह कयास मूर्त रूप नहीं ले सका.
दिल्ली में सत्तासीन अरविंद केजरीवाल कि आम आदमी पार्टी के डा. कुमार विश्वास जो प्रोफेशनल कवि के साथ- साथ स्वयं घोषित उम्मीदवार भी हैं, के अमेठी आगमन की पहली तिथि स्थगित हो जाने के बाद 12 जनवरी को ज्यादातर बाहरी लोगों की सहभागिता से रैली हुई ,जिसमे उन्होंने अपने जुबान की फिसलन पर माफी भी मांगी। इन राजनैतिक हालातों में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् एवं अखिल भारतीय साहित्य परिषद् से जुड़े रहे तथा भाजपा के वरिष्ठ नेता संजय जोशी से काफी प्रभावित व करीबी गोपाल प्रसाद परिक्रमा नहीं पराक्रम के बदौलत अमेठी से भाजपा टिकट पाने का आत्मविश्वास रखते हैं 12 जनवरी को अमेठी में वे भाजयुमो के नमो टी स्टाल के सञ्चालन में जी जान से जुटे थे।
पिछले लोकसभा चुनाव में लगभग 37 हजार मत प्राप्त कर तीसरा स्थान प्राप्त करनेवाली भाजपा के प्रत्याशी रहे प्रदीप सिंह थौरी एवं विगत विधानसभा चुनाव में लगभग 8 हजार मत प्राप्त करनेवाली प्रत्याशी पूर्व ब्लाक प्रमुख रश्मि सिंह ने उत्तरप्रदेश भाजपा के प्रभारी अमित शाह एवं रामेश्वर चौरसिया के साथ लखनऊ एवं दिल्ली के कई बड़े नेताओं के समक्ष अपनी दावेदारी पेश किये थे , परन्तु इन दोनों उम्मीदवारों को स्पष्ट रूप से ख़ारिज कर दिया गया था। चर्चा है कि खुद हाईकमान ने डा. संजय सिंह के सम्भावित उम्मीदवारी पर अमेठी भाजपा के नेताओं की थाह ली थी। अमेठी भाजपा के अधिकांश नेताओं के स्पष्ट विरोध के स्वर डा. संजय सिंह के प्रस्तावित उम्मीदवारी को लेकर उठने लगे थे।
इसी बीच पिछले एक साल से अमेठी नगर के गंगागंज इलाके में रह रहे दिल्ली के आरटीआई एक्टिविस्ट गोपाल प्रसाद ने भाजपा से टिकट की दावेदारी करके सबको चौंकाया। विगत एक बर्ष से वे अमेठी, रायबरेली, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़ जनपद जैसे प्रमुख कांग्रेसी गढ़ में आरटीआई प्रशिक्षण के माध्यम से जनजागरूकता शिविर द्वारा जनता से संपर्क साधने में तल्लीन रहे। उनका कहना है कि अमेठी को विकास की राह पर लाना , राहुल गांधी के डपोरशंखी वादों, दावों की कलई खोलना , कांग्रेस सरकार द्वारा बेतहाशा मंहगाई एवं भ्रष्टाचार की वृद्धि तथा तुष्टिकरण के राजनीती की बारीकियों को जनता तक लाएंगे। संपर्क, समन्वय एवं संवाद उनका मूलमंत्र है।
भाजपा के रूठे, टूटे एवं निष्क्रिय कार्यकर्ताओं को उत्प्रेरित कर सक्रीय करने हेतु वे संकल्पित हैं। विगत 3 जनवरी से 25 जनवरी तक अमेठी लोकसभा क्षेत्र के विभिन्न विधानसभाओं में भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला महामंत्री अधिवक्ता सुधांशु शुक्ल द्वारा युवा मित्र सदस्यता अभियान हेतु युवा साथियों के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। नव बर्ष के अवसर पर चनकीपुरी स्थित एक कंप्यूटर कोचिंग संस्थान में वृक्षारोपण एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यालय प्रांगण में श्रमदान कार्यक्रम की पहल करके विशिष्ट सन्देश दिया है। अमेठी जल विरादरी के बैनर तले भारतीय संस्कृति एवं जल प्रवंधन बिषय पर विचार गोष्ठी के अवसर पर पर्यावरण तथा भारतीय संस्कृति से सम्बंधित बिषयों पर आरटीआई लगाने के संकल्प से अमेठी के वुद्धिजीवियों को इन्होने झकझोड़ने का प्रयास किया एवं एक अमिट पहचान बनाई। गोपाल प्रसाद का कहना है कि अमेठी में उन्होंने शून्य से शुरुआत की है। शून्य का वैसे तो कोई वैल्यू नहीं है , परन्तु जिस किसी के बाद शून्य स्थापित हो जाता है , उसका मूल्य दस गुना बढ़ जाता है। वर्त्तमान में वे इसी समीकरण पर कार्य कर रहे हैं। उनके प्रयास से अमेठी नगर में इस बार पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस समारोह का आयोजन संघ कार्यालय के प्रांगण में ही हुआ , जिसमें उन्होंने पहली बार वक्तव्य दिया। उस सम्बोधन में उन्होंने वाजपेयी सरकार के कार्यकाल में गठित आरटीआई ड्राफ्टिंग कमिटी के योगदान का जिक्र किया और कहा कि सोनिया एवं राहुल सूचना का अधिकार कानून का श्रेय लेना चाहते हैं परन्तु वास्तविकता यह है कि देश के विभिन्न अदालतों में दो हजार से ऊपर रिट याचिकाएं दायर होने के उपरांत सर्वोच्च न्यायलय के आदेश पर वर्त्तमान यूपीए सरकार को आरटीआई कानून बनाने का निर्णय लेने को विवश होना पड़ा। प्रतापगढ़ जिले के किठावर प्रखंड में रायसाहब सिंह के आमंत्रण पर भाजपा के मंच से उन्होंने आरटीआई के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया , जहां उन्हें अंगवस्त्रम एवं मदभागवतगीता देकर सम्मानित किया गया। प्रतापगढ़ में गढ़वारा के पूर्व विधयक एवं भाजपा नेता ब्रजेश मिश्र सौरभ का काफी सहयोग उन्हें मिला। उन्हीं के साथ वे सुल्तानपुर में भाजपा रैली में वरुण गांधी के समक्ष हजारों कार्यकर्ताओं के साथ मोदी टी शर्ट पहने पूर्णरूपेण सक्रिय रहे।