सामाजिक कार्यकर्त्ता नूतन ठाकुर ने आज इलाहाबाद हाई कोर्ट के लखनऊ बेंच में पीआईएल दायर कर केसी पाण्डेय, नरेन्द्र भाटी एवं विभिन्न आयोगों में की गयी नियुक्तियों को चुनौती दी है. ठाकुर ने कहा है कि वर्तमान में इन आयोगों में नियुक्ति विषयक ना तो कोई स्पष्ट नियम हैं, ना अर्हताएं हैं और ना ही पारदर्शी चयन प्रक्रिया है. इस कारण यह राजनैतिक बंदरबांट का तरीका बन गया है जिसमे अपराधियों और राष्ट्रद्रोहियों तक के इन पदों पर नियुक्त होने की सम्भावना रहती है. उन्होंने हाल में नटवर गोएल के खादी बोर्ड और के सी पाण्डेय के गन्ना संस्थान की नियुक्तियों को इसका दृष्टांत बताया.
अतः ठाकुर ने प्रार्थना की है कि इन नियुक्तियों हेतु स्पष्ट अर्हता हों और इनकी चयन प्रक्रिया पारदर्शी हो. साथ ही नियुक्ति के पूर्व पुलिस सत्यापन कराया जाए. उन्होंने के सी पाण्डेय के खिलाफ पशु तस्करी तथा एसपी गोंडा को रिश्वत देने सम्बंधित आरोपों की भी जांच कराने की मांग की है.
उनके अधिवक्ता अशोक पाण्डेय हैं. प्रकरण में सुनवाई 06 फ़रवरी 2013 को संभावित है.