मुझ अमिताभ ठाकुर, आईपीएस, यूपी कैडर, ने अपनी व्यक्तिगत हैसियत से सचिव, कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग, भारत सरकार को एक प्रत्यावेदन दे कर विभिन्न सेवाओं के परफोर्मेंस अप्रेजल (प्रदर्शन आकलन) में 360 डिग्री फीडबैक व्यवस्था किये जाने का अनुरोध किया है.
कुछ वर्षों पूर्व तक सरकारी सेवकों का प्रदर्शन आकलन वार्षिक गोपनीय मंतव्य (एसीआर) के आधार पर किया जाता था पर सुरिंदर नाथ कमिटी 2003, सिविल सेवा सुधारों हेतु “होता कमिटी” 2004 तथा द्वितीय प्रशासनिक सुधार आयोग के सुझावों के बाद इसे परफोर्मेंस अप्रेजल रिपोर्ट (पीएआर) में परिवर्तित कर दिया गया. लेकिन अभी भी यह आकलन ऊपर से नीचे की ओर होता है जहाँ अधीनस्थ कर्मियों के प्रदर्शन का आकलन उनके वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा किया जाता है.
मैंने यह सुझाव दिया है कि अब 360 डिग्री प्रदर्शन आकलन किया जाये जिसमें सरकारी सेवक के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा उसके सहकर्मियों, अधीनस्थों तथा उनका स्वयं का आकलन भी शामिल करते हुए उसे “परफोर्मेंस चतुर्भुज” के रूप में समग्रता में देखा जाये. इस व्यवस्था के लाभ यह होंगे कि इससे प्रत्येक कर्मी के बारे में केवल वरिष्ठ अधिकारियों के मंतव्य की जगह कई स्तरों से आकलन सामने आएगा, सरकारी कर्मी केवल वरिष्ठों की जगह अपने सहकर्मियों तथा अधीनस्थों के प्रति भी जिम्मेदार होंगे तथा वर्तमान में कई सरकारी कर्मियों द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को खुश करके बिना काम किये अच्छे मंतव्य पाने की जो शिकायतें आती हैं, उन पर भी रोक लगेगी.
Amitabh Thakur
Lucknow
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