अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति ओर नेम प्रकाशन डेह, नागौर की तरफ से राजस्थानी साहित्यकार सम्मान और पोथी लोकार्पण उछब का आयोजन कुंजल माता मंदिर परिसर डेह, नागौर में आयोजित किया गयाइस अवसर पर राजस्थानी भाषा के स्थापित व युवा रचनाकारों को उनके साहित्यिक अवदान हेतु सम्मानित किया गया।इस समारोह में मुख्य पुरुस्कार नेमीचंद पहाड़िया राजस्थानी भाषा पद्य पृरस्कार बीकानेर की प्रतिष्ठित लेखिका श्रीमती मोनिका गौड़ उनकी कृति आँधारै री उधारी अर रीसानो चाँद को समर्पित किया गया।इस सम्मान के तहत श्रीमती गौड़ को ग्यारह हजार रुपये नकद एवम शाल श्रीफल, व स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया । 6 से ज्यादा पुस्तको की लेखिका मोनिका गौड़ को इस से पूर्व भी साहित्यिक सेवाओ हेतु पीथळ , गौरीशंकर कमलेश, नानूराम संस्कर्ता राजस्थानी भाषा पद्य पुृरस्कार मिल चुके है। इस कार्यक्रम में बडेरचारा रहा श्री मनोहर सिंह राठौड़, अध्यक्षता श्री सी पी देवल, मुख्य अतिथि श्री मालचंद तिवारी व विशिष्ट अतिथि श्री पृथ्वीराज रतनू,अरुण प्रकाश गुप्ता व मनमोहन कल्याणी थे इस समारोह में बीकानेर के साहित्यकार समालोचक डॉ नीरज दईया को पारसमल पांड्या स्मृति पुरस्कार व शंकर सिंह राजपुरोहित को भंवरलाल सबलावत व्यंग्य पृरस्कार प्रदान किया गयाकार्यक्रम के संयोजक लक्ष्मण दान कविया व पवन पहाड़िया थे संचालन किया डॉ गजदान चारण।मोनिका गौड़ को सम्मानित किये जाने पर बीकानेर ब्राह्मण समाज संभागीय संयोजक के के शर्मा, अंतरराष्ट्रीय ब्राह्मण फैडरेशन महिला प्रदेशाध्यक्ष सविता गौड़, शब्दश्री साहित्य संस्थान की शोभा सारस्वत, वरिष्ठ कवियत्री प्रमिला गंगल, सारस्वत महासभा राजस्थान प्रदेश महामंत्री देवेन्द्र सारस्वत, भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ जिला सह संयोजक भैरुंरतन जस्सू, शशिकला राजपूत, एडवोकेट पूजा दीक्षित, एकता पठानिया, श्रीछःन्याति ब्राह्मण महासंघ उपाध्यक्ष रुपचंद सारस्वत तथा सरस वेलफेयर सोसाइटी उपाध्यक्ष मदनलाल शर्मा ने प्रसन्नता व्यक्त की।