चंडीगढ़: पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के नवनियुक्त सलाहकार मालविंदर सिंह माली के अपने फेसबुक के कवर पेज पर इंदिरा गांधी की बंदूक वाली व नर कंकाल की खोपड़ी डाले फोटो को सोशल मीडिया में लगाने से उठे विवाद पर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने तीखी आलोचना की है।
ज्ञात है की मालविंदर सिंह मल्ली ने अपने फेसबुक के कवर पेज पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की राक्षश रूपी फोटो लगाई है । इस फोटो में इंदिरा गांधी को हाथों में बंदूकभव गले मे नर कंकाल का मुंड लिए हुए दिखाया गया है।
चुघ ने कहा कि 1984 के कत्लोगारत को दिखाते हुए श्रीमती इंदिरा गांधी की बंदूक व एक सिरे पर एक खोपड़ी लटकी हुई दिखाई दे रही है तो उनके पीछे कई खोपड़ियां पड़ी हुई दिखाई दे रही है। यह फोटो 1980 व 1990 में जनतक पैगाम मैगजीन के कवर फोटो पर छपी है ।
इस पेज कांग्रेस व इंदिरा गांधी के पंजाब व देश भर में पंजाबियों पर पंजाबी पर हुए जुल्म, अत्यचार व सिख दंगो में कांग्रेस की लिपत दिखाते हुए लिखा हुआ है “हर जबर दी ईही कहानी,जबर ते मुंह दी खानी “। यानी हर जुल्म करने वाले को मुंह की खानी पड़ती है । यह फोटो 1984 में हुए सिख कत्लेआम को दर्शाता है।
चुग कहा कि ऐसा कर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व कांग्रेस पंजाब के प्रदेश प्रधान श्री नवजोत सिंह सिधु के विशेष सलाहकार व उनके गाइड मालविंदर सिंह माली ने सचाई दिखाई है ।
यह सोशल मीडिया पर फ़ोटो पंजाब के आम आदमी की कांग्रेस के प्रति सोच को दर्शाया है भाजपा तो 3 दशकों से कहती आ रही है कि 1984 के कत्लोगारत हो या पंजाब को दशकों तक आग में धकेलने हो सब कांग्रेस के षड्यंत्र का ही हिस्सा है शुक्र है कि कांग्रेस ने सच स्वीकारा हैं।
चुग ने कहा कि कांग्रेस हमेशा पंजाब और पंजाबियों की दुश्मन पार्टी रही है। पंजाब के साथ हमेशा पक्षपात किया है। आरोप लगाया कि कांग्रेस देश के अंदर भी फुट डालो राज करो की नीति पर चलकर समाज को बाटने का काम कर सत्ता में आती रही है। उन्होंने कहा कि मालविंदर मल्ली ने जिस तरह से इंदिरा गांधी की फोटो अपने पेज पर लगाई है सच सामने आया है।
चुग ने कहा कि 1984 का दर्द सिक्ख भाईचारे के लोग भूले नहीं है किस तरह महिलाओं , बच्चो , बड़ों के साथ बर्बरता पूर्ण व्यवहार कर कत्लेआम को आंजम दिया गया था। इसके आरोपियों को सजा भी नहीं दी गई बल्कि उन्हें बचाया गया। कांग्रेस की सरकार में बड़े पद दिए गए। कांग्रेस की घातक और ओछी सोच एक बार सामने आ गई है। पंजाब के लोग यह भूलने वाले नहीं है।
चुघ ने कहा कि 3 दशक बीतने के बाद पहली बार प्रधानमंत्री श्री नरिंदर मोदी जी ने 1984 के सिख कत्लोगारत में शामिल लोगों को सजाए दिलानी शुरू की है जब कि गांधी परिवार व कांग्रेस ने तो कत्लोगारत करने वालो को बचाने हेतु पूरा प्रयास किया और 32 साल केस कोर्ट में नही पोहंचने दिये , दोषियों को सजा दिलाना तो दूर उनको कत्लोगारत पर इनाम मिलते रहे हैं कमलनाथ को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री की कुर्सी उसके खिलाफ चश्मदीदों के बयान दर्ज होने के बाद इनाम के तौर पर दी गई ।