अमृतसर । देश में लोगों को 24 घण्टे बिजली मिले, पावर सेक्टर की और अधिक मजबूती व बिजली के क्षेत्र में आने वाली चुनौतियों से कैसे निपटें, इन सब विषयों को लेकर सभी राज्यों के इलेक्ट्रिसिटी रेगुलटरी कमीशन के चेयरमैन की शुक्रवार को अमृतसर के होटल रेडिशन ब्लू में एक महत्वपूर्ण मीटिंग हुई। फोरम ऑफ रेगुलेटरस (फॉर) की इस मीटिंग में देश के पावर सेक्टर पर गहन मंथन हुआ।
उल्लेखनीय है कि फोरम ऑफ रेगुलेटरस ( फ़ॉर) सभी राज्यों के इलेक्ट्रिसिटी रेगुलटरी कमीशन के चेयरमैन का एक समुह है जिसमें सभी चेयरमैन समय-समय पर मीटिंग करते रहते हैं। यह फ़ॉर की 69 वीं मीटिंग थी, इस मीटिंग की पंजाब स्टेट इलेक्ट्रिसिटी रेगुलटरी कमीशन ने मेजबानी की।
गौरतलब है कि सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन के चेयरमैन फोरम ऑफ रेगुलेटरस के अध्यक्ष होते हैं , सीईआरसी के चेयरमैन पी.के. पुजारी ने इस मीटिंग की अध्यक्षता की। जहां पीएसईआरसी की चेयरपर्सन कुसुमजीत सिद्धु ने पंजाब के पावर सेक्टर पर विस्तार से जानकारी दी। इसके अलावा हरियाणा इलेक्ट्रिसिटी रेगुलटरी कमीशन के चेयरमैन डी.एस.ढेसी को इस मीटिंग में सम्मानित किया गया। श्री ढेसी की एचईआरसी के चेयरमैन बनने के बाद यह पहली मीटिंग थी। फोरम ऑफ रेगुलेटर की मीटिंग में नवनियुक्त चेयरमैन का वेलकम किया जाता है।
इस सम्मेलन में राज्यों की बिजली वितरण कंपनियों की आर्थिक स्थिति पर गहन मंथन हुआ, अक्षय और पवन ऊर्जा को कैसे बढ़ाया जाए, ओपन एक्सेस, घरेलु और कृषि क्षेत्र के बिजली उपभोक्ताओं के लिए टेरिफ पॉलिसी सहित एवरेज पावर प्रचेज कॉस्ट जैसे पावर सेक्टर के विषयों पर चर्चा हुई। जिन राज्यों ने इन विषयों पर बेहतर काम किया है तो उनकी तरफ से इस मीटिंग में विशेष व्याख्यान दिया गया।इसके अलावा फोरम ऑफ रेगुलटर की 68 वीं मीटिंग जो नई दिल्ली में हुई थी उस मीटिंग की मीनटस का पुष्टिकरण भी किया गया। इसके अलावा यह तय हुआ कि फ़ॉर की 70 वीं मीटिंग दियू में होगी। यहां यह बता दें कि इस मीटिंग में केवल फ़ॉर के सदस्यों को ही अंदर जाने की अनुमति थी। उधर, गुरुवार को फ़ॉर के सदस्य बाघा बॉर्डर भी देखने गए।