चंडीगढ़, 22 फरवरी: बेअदबी मामलों संबंधी पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के ताज़ा बयान को लोगों के सामने स्पष्ट रूप से घबराहट की निशानी बताते हुये पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने बादल को लगातार ऐसे ढकोसले रचने के विरुद्ध चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि ऐसी नौटंकी अकालियों की राजनैतिक तौर पर छिनी हुई ज़मीन फिर हासिल करने में उसके लिए मददगार साबित नहीं होगी। बादल की तरफ से उसे जेल में भेजने की नाटकीय चुनौती पर कड़ी प्रतिक्रिया ज़ाहिर करते हुये कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने बड़े बादल की एक और ड्रामेबाज़ी बताते हुये इसकी खिल्ली उड़ायी। उन्होंने कहा कि बेअदबी मामलों संबंधी रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट के पृष्टभूमि में बादल अपने आप को अलग-थलग महसूस कर रहा है।कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा, ‘‘यदि उसके (बादल) पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है तो वह इन शोर क्यूंं मचा रहा है।’’ उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री को जब बेचैनी वाली स्थिति का सामना करना पड़ता है तो वह अपनी आदत अनुसार ऐसे ढकोसले रचता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने बहबल कलाँ और कोटकपूरा गोलीकांड और श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी के सम्बन्ध में कभी भी बादल या किसी अन्य का नाम नहीं लिया और उनको हैरानी हुई है कि बादल की यह प्रतिक्रिया उसके गुनाहगार अक्स का प्रगटावा करती है।अकाली दल के सरप्रस्त द्वारा कांग्रेस सरकार द्वारा उसे राजनैतिक तौर पर निशाना बनाने के लगाऐ गये दोषों को रद्द करते हुये कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि ऐसे शर्मनाक और घटिया हत्थकंडे इस्तेमाल करना अकालियों का काम है और कांग्रेस नेतृत्व कभी भी ऐसे कामों में विश्वास नहीं रखता। उन्होंने अपने स्टैंड को फिर दोहराते हुये कहा कि वह राजनैतिक बदलाखोरी की राह पर नहीं चलेंगे और कानून को स्वयं अपना रास्ता अपनाने की इजाज़त देंगे।मुख्यमंत्री ने कहा कि गोलीकांड की जांच के लिए विशेष जांच टीम के गठन का फ़ैसला विधानसभा में लिया गया था और यह टीम पूरी तरह स्वतंत्र एजेंसी है जिसमें सरकार की किसी तरह की दखलअन्दाज़ी नहीं है। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि पूछताछ के लिए किस को बुलाना और किस को गिरफ्तार करना है, यह एस.आई.टी. का अधिकार क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि यह जांच एजेंसी सरकार की कठपुतली के तौर पर काम नहीं करती जैसे कि बादलों के शासनकाल के दौरान होता था।मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने यह बार -बार स्पष्ट किया है कि गोलीबारी की घटनाओं में मारे गए बेकसूर लोगों के दोषियों को बक्शा नहीं जायेगा, चाहे वह ओहदे या राजनैतिक तौर पर कितना ही कद्दावार क्यों न हो। उन्होंने कहा कि यदि बादल इसको अपने लिए ख़तरा होने के तौर पर देखता है तो इसका यही मतलब निकाला जा सकता है कि वह एस.आई.टी. की जांच से निकलने वाले नतीजों से डरता है।मुख्यमंत्री ने कहा कि अकालियों को अब छोटे-मोटे गुंडों की तरह व्यवहार करने और लोगों का ध्यान खींचने के लिए अनावश्यक मुद्दों पर हुल्लड़बाज़ी करने और ड्रामेबाज़ी बंद करके जि़म्मेदार विरोधी पक्ष के तौर पर काम करना शुरू कर देना चाहिए। उन्होंने बादल को पूछा कि क्या उसे ऐसा करना कठिन लगता है? उन्होंने कहा कि पंजाब के लोग मूर्ख नहीं हैं और वह प्रकाश सिंह बादल के नेतृत्व में अकालियों की ऐसी चालों को अच्छी तरह समझते हैं। उन्होंने कहा कि आगामी लोक सभा चुनाव में अपनी स्पष्ट हार दिखाई देती देख कर बादल निराशा के आलम में ऐसा कर रहा है।