चंडीगढ़, 6 जुलाई: राज्य में मैरीटोरियस स्कूल के मॉडल को मिली बेमिसाल कामयाबी के मद्देनज़र पंजाब के मुख्यमंत्री स. प्रकाश सिंह बादल ने आज संगरूर, फिरोज़पुर और गुरदासपुर जिलों में ऐसे तीन और स्कूल खोलने की स्वीकृति दे दी है। जिनपर प्रति स्कूल 30 करोड़ रुपये की लागत आयेगी। इन स्कूलों में सरकारी स्कूलों में से 10 श्रेणी में से 80 प्रतिशत या इससे अधिक अंक लेने वाले होनहार विद्यार्थीयों को सकैंडरी स्तर की शिक्षा और रहने -सहने की सुविधा निशुल्क मुहैया करवाई जायेगी। इस संबंधी फैसला स. बादल ने आज यहां मुख्यमंत्री कार्यालय में मैरीटोरियस स्कूलों की प्रगति का जायजा लेते हुये लिया।
इन नये बनने वाले स्कूलों के डिजाइन एवं रूपरेखा को अंतिम रूप देते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्कूल भी मोहाली, पटियाला, बंठिडा, अमृतसर , जालंधर, लुधियाना और तलवाड़ा (होशियारपुर) में स्थापित किये मैरीटोरियस स्कूलों की तर्ज पर बनाये जायेंगे। इन स्कूलों में ना केवल विद्यार्थीयों को अकादमिक शिक्षा दी जाती है बल्कि उनको प्रतियोगिताओं की परीक्षाओं की भी तैयारी करवाई जाती है ताकि वह पब्लिक एवं कान्वेंट स्कूलों में पढ़े अपने हम उम्र बच्चों का मुकाबला करने के सक्षम हो सकें।
इसी दौरान शिक्षा मंत्री डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने मुख्यमंत्री को बताया कि इन मैरीटोरियस स्कूलों में बड़ी संख्या में विद्यार्थी प्रवेश लेने के इच्छुक हैं। उन्होंने कहा कि गत् शैक्षणिक सत्र में सरकारी स्कूलों कें 3500 बच्चे 10 वीं में से 80 प्रतिशत या इससे अधिक अंक हासिल करने में सफल हुये जबकि इस वर्ष 8400 विद्यार्थी यह अंक हासिल करने में कामयाब हुये हैं। उन्होंने स. बादल को बताया कि 7 मैरीटोरियस स्कूलों में 3150 विद्यार्थीयों को प्रवेश दिया चुका है जिनमें 1950 लड़कियां और 1200 लडक़े हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री एस के संधू, मुख्यमंत्री के विशेष प्रधान सचिव श्री के जे एस चीमा एवं श्री अजोय शर्मा और मुख्य आर्कीटैक्ट सपना उपस्थित थे।