पूर्व उप प्रधानमंत्री श्री लालकृष्ण आडवाणी ने कहा है कि नर्मदा-क्षिप्रा लिंक परियोजना पूरे देश में मार्गदर्शक का कार्य करेगी। श्री आडवाणी आज उज्जैन में नर्मदा-क्षिप्रा मिलन समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और योग गुरु बाबा रामदेव के साथ नर्मदा जल से भरे हुए कलशों को क्षिप्रा नदी में प्रवाहित कर परियोजना का लोकार्पण किया।
श्री आडवाणी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा नर्मदा और क्षिप्रा को जोड़ने का कार्य न सिर्फ अन्य प्रदेशों, बल्कि आने वाली केन्द्र सरकारों के लिये मार्गदर्शक का काम करेगा। उन्होंने कहा कि नदियों को जोड़ने की बात पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कही थी। सुप्रीम कोर्ट ने इस पर मोहर लगाकर योजना को आगे बढ़ाने के निर्देश दिये थे। लेकिन इस योजना पर अमल मध्यप्रदेश सरकार ने किया है, जो निश्चित रूप से सराहनीय है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नर्मदा-क्षिप्रा लिंक परियोजना मालवा को रेगिस्तान बनने से बचाने के लिये आवश्यक थी। यह पहला चरण है। इसके आगे नर्मदा का पानी गंभीर, पार्वती और कालीसिंध नदियों में मिलेगा। श्री चौहान ने कहा कि अटल जी के सपने को पूरा करते हुए मध्यप्रदेश की धरती पर इन नदियों के मिलन से 3000 गाँव तथा 72 शहर में पीने का पानी मिलेगा और 16 लाख एकड़ में सिंचाई होगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश अब करवट ले रहा है। इन्फोसिस इंदौर में और नर्मदा उज्जैन में आई है। इसके साथ ही नीमच में देश के सबसे बड़े सौर ऊर्जा संयंत्र का लोकार्पण हो रहा है।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष श्रीमती सुषमा स्वराज ने कहा कि नर्मदा-क्षिप्रा का मिलन एक ऐसी अनुभूति है, जो आध्यात्मिक आनंद देती है। क्षिप्रा नदी सूख गई थी और उज्जैन नगरी आभा-विहीन हो गई थी, किन्तु नर्मदा के भक्त श्री शिवराज सिंह चौहान ने नर्मदा का क्षिप्रा से मिलन करवाया। अब मालवा अपने पुराने वैभव को फिर से प्राप्त कर सकेगा। महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री श्री नितिन गडकरी ने कहा कि इन दोनों पवित्र नदियों का मिलन ऐतिहासिक घटना है। उन्होंने अटल जी का सपना पूरा करने पर मध्यप्रदेश सरकार को बधाई दी। योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि आज के युग के भागीरथ मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान नर्मदा को क्षिप्रा में लाये जाने के लिये कोटि-कोटि बधाई के पात्र हैं। क्षिप्रा के प्रवहमान होने से पेयजल के साथ-साथ किसानों को सिंचाई का लाभ मिलेगा।
पलक-पाँवड़े बिछाकर जन-जन ने किया स्वागत
नर्मदा नदी के क्षिप्रा से मिलन के अवसर पर राम घाट और दत्त अखाड़े को दुल्हन की तरह सजाया गया था। बड़ी संख्या में लोगों ने पलक-पाँवड़े बिछाकर माँ नर्मदा का भक्ति भाव से स्वागत किया। मौसम की प्रतिकूलता के बाद भी बड़ी संख्या में लोग कार्यक्रम में शामिल हुए। क्षिप्रा के दोनों तट पर स्थित मंदिरों को आकर्षक रूप से सजाया गया था। क्षिप्रा के बीचो-बीच आकर्षक मंच बनाया गया था।
जैसे ही नर्मदा का जल कलशों में भरकर अतिथियों ने क्षिप्रा में प्रवाहित किया, वैसे ही राम घाट की ओर जमकर आतिशबाजी की गई। पुलिस बेण्ड ने मंगल धुन बजाई। राम घाट तथा दत्त अखाड़े पर मौजूद दर्शकों ने करतल ध्वनि से माँ नर्मदा का स्वागत किया।
इस अवसर पर सांसद श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, नगरीय प्रशासन और विकास मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व मुख्यमंत्री श्री कैलाश जोशी, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री पारस जैन, सांसद श्री थावरचंद्र गेहलोत और अन्य जन-प्रतिनिधियों ने विधि-विधान से नदी का पूजन किया। समारोह में सांसद डॉ. सत्यनारायण जटिया, स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी, योजना आयोग के उपाध्यक्ष श्री बाबूलाल जैन, श्री अरविंद मेनन, महापौर श्री रामेश्वर अखण्ड, विधायक डॉ. मोहन यादव, श्री अनिल फिरोजिया, श्री दिलीप सिंह शेखावत, श्री बहादुर सिंह चौहान, श्री सतीश मालवीय, श्री मुकेश पण्डया और पूर्व विधायक श्री शिवनारायण जागीरदार भी उपस्थित थे।