नर्मदा किनारे के क्षेत्रों की 68 शराब दुकानों को बंद करवा दिया गया है। उन्होंने बताया कि नर्मदा तट की रेत खदान की नीलामी नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि नर्मदा किनारे के 130 मजरे-टोलों में विद्युतीकरण के साथ ही 100 पूजन कुण्ड एवं विसर्जन कुण्ड बनवाये गये हैं। जैविक खेती को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा सेवा समिति 16 जिलों में नर्मदा की सफाई और स्वच्छता का कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने सभी उपस्थित लोगों को नर्मदा सेवा मिशन को जारी रखने का संकल्प दिलाया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने समारोह में रिपेरियन जोन पर आधारित फोटो गैलरी का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने ‘नर्मदा सेवा मिशन का एक वर्ष” पुस्तक, नर्मदापुरम् संभाग के कमिश्नर श्री उमाकांत उमराव की ई-बुक, प्रोफेसर विपिन व्यास की नर्मदा के बायलॉजिकल हेल्थ पर लिखी पुस्तक, नर्मदा पवित्र सर्वदा अभियान पर आधारित फोल्डर और नर्मदा पोर्टल का विमोचन किया। उन्होंने 11 व्यक्तियों को 108 प्रकार के पौधों की विभिन्न प्रजातियों के बीज भी वितरित किए।
कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा, जिला प्रभारी मंत्री श्री जालम सिंह पटेल, सांसद श्री राव उदय प्रताप सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री कुशल पटेल, विधायक श्री विजयपाल सिंह, श्री ठाकुर दास नागवंशी और श्री सरताज सिंह, खनिज विकास निगम अध्यक्ष श्री शिव चौबे, राज्य अंत्योदय समिति सदस्य श्री हरिशंकर जयसवाल, नगर पालिका अध्यक्ष श्री अखिलेश खण्डेलवाल और जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती संगीता सोलंकी मौजूद थे।