भोपाल : आज पुरे भारत मैं जहाँ कॉलेज के छात्र ड्रेस कोड का विरोध करते हैं इसके विपरीत मध्य प्रदेश के कॉलेज के छात्र चाहते हैं की उनकी कॉलेज मैं एक ड्रेस होनी चाहिए जिससे उनकी एक पहचान बन सके ।
कॉलेज में ड्रेस कोड लागू करने के संबंध में विद्यार्थियों की राय ली गयी। इसके बाद ड्रेस कोड के संबंध में विद्यार्थियों ने पक्ष और विपक्ष में तर्क दिये। अंत में अधिकांश विद्यार्थियों ने ड्रेस कोड लागू करने पर सहमति व्यक्त की। असहमति व्यक्त करने वाले विद्यार्थियों से उच्च एवं स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी ने चर्चा की। यह रायशुमारी शासकीय मोती लाल विज्ञान महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के उन्मुखीकरण कार्यक्रम में हुई।
उच्च शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि बच्चे को ड्रेस में रहने पर विद्यार्थी होने का अनुभव होता है। उन्होंने राष्ट्रीय सेवा योजना के छात्रों से कहा कि गाँव की जगह परिवार को गोद लें। श्री जोशी ने कहा कि सिर्फ नारे नहीं लगायें, उसे जमीन पर उतारने का प्रयास भी करें। उन्होंने योजना में उल्लेखनीय कार्य करने वाले विद्यार्थियों को प्रमाण-पत्र एवं शील्ड प्रदान की।
ड्रेस कोड के बारे में विद्यार्थियों ने कहा कि इससे अमीर-गरीब का फर्क नहीं रहता। विद्यार्थी अनुशासित रहते हैं। कपड़े पर होने वाला खर्च पुस्तकों पर किया जा सकता है। प्राचार्य श्रीमती दीप्ति सेन एवं अन्य प्राध्यापक ने भी विचार व्यक्त किये।