प्रदेश के 29 लाख बच्चों को एक जुलाई से मीठा-सुगंधित दूध (स्वीटेंड फ्लेवर्ड मिल्क) मिलेगा। दूध 92 हजार आँगनवाड़ी के जरिये सप्ताह में 3 दिन दिया जायेगा। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आँगनवाड़ी के बच्चों को पौष्टिक आहार के रूप में दूध देने की घोषणा की थी।
आँगनवाड़ी में दूध वितरण के लिये राज्य शासन ने जिला कलेक्टर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, संभागीय संयुक्त संचालक, जिला कार्यक्रम अधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी, एकीकृत बाल विकास एवं कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को दिशा-निर्देश जारी किये हैं। निर्देशानुसार हर आँगनवाड़ी में सप्ताह के 3 दिन सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को बच्चों को दूध देने की सभी जरूरी व्यवस्थाएँ एक जुलाई के पहले की जाना हैं।
वितरण व्यवस्था
एक जुलाई से आँगनवाड़ी में दिये जाने वाले दूध की वितरण व्यवस्था के संबंध में भी निर्देश दिये गये हैं। स्वीटेंड फ्लेवर्ड मिल्क पाउडर का प्रदाय मध्यप्रदेश सहकारी दुग्ध महासंघ द्वारा किया जायेगा। महासंघ विकासखण्ड-स्तर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को मिल्क पाउडर देगा। यहाँ से मिल्क पाउडर संबंधित एजेंसी अथवा स्कूल तक पहुँचाया जायेगा। ग्रामीण क्षेत्र में पूरक पोषण प्रदाय करने वाले स्व-सहायता समूह के जरिये ही दूध वितरण होगा। जहाँ साँझा चूल्हा कार्यक्रम में स्व-सहायता समूह द्वारा पोषण आहार दिया जा रहा है, वहाँ दूध वितरण इसी के जरिये होगा। शहरी क्षेत्र में आँगनवाड़ी केन्द्रों को मिल्क पाउडर जिला कार्यक्रम अधिकारी और परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास को सीधे दिया जायेगा। इन अधिकारियों को बच्चों की संख्या के मान से पाउडर की माँग अग्रिम रूप से मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला एवं जनपद पंचायत को बतानी होगी।
हर बच्चे को मिलेगा 100 एम.एल. दूध
प्रति बच्चा 100 एम.एल. दूध आँगनवाड़ी केन्द्र खुलने के बाद नाश्ते से एक घंटे पहले दिया जायेगा। दूध और पानी के माप के उपकरण महासंघ देगा। स्व-सहायता समूह दूध तैयार करते समय स्वच्छता मानकों का पूरा ध्यान रखेगा। स्वच्छ पानी को उबालकर गुनगुना पानी रहने तक ठंडा करने के बाद निर्धारित मात्रा में मिल्क पाउडर मिलाकर दूध तैयार करेगा और केन्द्र स्थल पर दूध और नाश्ता एकसाथ पहुँचायेगा। दूध तैयार होने के एक घंटे के अंदर बच्चों को देना होगा ताकि वह खराब न हो। केन्द्र में उपस्थित बच्चों की संख्या के आधार पर आँगनवाड़ी कार्यकर्ता एक दिन पहले स्व-सहायता समूह को माँग-पत्र देगी।