Bhopal,9 May:The Chief Minister, Shri Shivraj Singh Chouhan has announced to give award worth Rs 51 thousand for the person making distinguished contribution to Malwa’s art, literature and culture.The Chief Minister made this announcement while inaugurating five-day Malwa Utsav by Lok Sanskriti Manch at Indore last night. As many as 450 craftsmen from all over India are displaying pieces of their arts and crafts at this fair. Besides, folk artistes from 12 states would come out with their enchanting performances.
Those present at the inaugural function included Public Works Minister Shri Kailash Vijayvargiya, Indore Mayor Dr Umashish Sharma, Chairman of Khadi Evam Gramodyog Board Shri Satyanarayan Sattan, Chairman of Indore Development Authority Shri Madhu Verma and people’s representatives.
While addressing the function, Chief Minister Shri Chouhan said that Malwa has carved out a its distinctive niche in every sector. It has given towering personalities in every field. The Malwa Utasav is being organised to honour artistes. Every possible assistance would be given for promotion of arts and culture.
Earlier, Chief Minister Shri Chouhan participated in the Shobha Yatra taken out to mark Parshuram Jayanti at Rajvada. He garlanded the statue of Bhagwan Parshuram and performed Pooja.
मालवा उत्सव ; मालवी ने मालवा से छेटी
“मालव माटी गहन गंभीर पग पग रोटी डग डग नीर” या बात संत कबीर ने असेज नि की थी | प्राक्रतिक धन से भरपूर और सम्रद्ध , ने आखा देश का दिल “मालवा ” को अपनों मान हे अभिमान हे | हर तरे हे सम्रद्ध मालवा को मालवा उत्सव मालवा की शान होणों चाहिए | उत्सव मनाणों भोत ही अच्छी बात हे पण मालवा उस्तव में कई हुई रियो हे इक़ा बारा में विचार कारणों भी जरुरी हे नि तो जो लोग यो काम करी रिया हे वि सम्जेगा के वि सही रास्ता पे चली रिया हे उनके सही बाट बताने को काम हम मालवा वासियों कोज हे | मालवी बोलने वाली २ करोड़ लोग ना के इणा सरकारी मालवा उत्सव से कई भी लेणों देनों नि थो | दूसरा प्रान्त का लोग होण को कार्यक्रम करने में मालवी और मालवा की सांस्क्रतिक परंपरा ,मालवी भाषा ,मालवी साहित्य , के इना उत्सव से दूर करिके मालवी उत्सव का नाम पे कई भी प्रपोगंडो करणों मालवा का हित में नि हे सरकारी पैसा तो खर्च हुईज रिया हे ने काम करने वाला भी पूरी मेहनत से यो काम भी करी रिया हे जरुरत हे तो सही नालेज ने सही दिशा की | कई हे के जो आदमी गाड़ी का स्टेरिंग पे बैठे उके आसपास नि दिखे |
इंदौर सेर में ख़ाली लाल बाग़, राजवाडा ने गाँधी हॉल में मालवा उत्सव कारणों सही नि हे | इका सारू मालवा सगळा सेर ने गाव में कई ने कई काम होणों चाहिए जैसे जुलुस , मालवा की मालवी भाषा, मालवी संगीत ,मालवी माच , तेजाजी की कथा,मालवी कवि सम्मेलन , मालवी हिड , मालवी छल्ला , मालवी भजन , मालवी होली , मालवी बियाई बियान का गाना , मालवी शादी का गाना , मालवी भोपा भोपी का गाना , मालवा का साहित्यकर को सम्मान , संजा का मांडना , मालवी मांडना , मालवी इतिहास को वर्णन , मालवी फोटो प्रदर्शनी आदि | केणे को मतलब यो के मालवा का २ करोड़ लोग होण के इमे सामिल जरुर कारणों चाहिए और इको रूप पूरी तरे से बदली देनो चाहिए | हर गाव हर सेर में मालवा उत्सव का कार्यक्रम होना चाहिए ने मालवी भाषा ने मालवा का विकास वास्ते होणों चाहिए | दूसरा प्रान्त का लोग होण के बुलाई के पैसो ख़राब करने की जगे मालवा का लोग होण के आगे लानो चाहिए | सेर में वैसेज इतरी भीड़ हे के पाव रखने की जगे नि हे णे ऊपर से गाँधी हॉल पे ट्रक खड़ो करिके पब्लिक के रोकने से जनता दुखिज होइगी | असी भीड़ में जनता ट्राफिक जाम करिके उत्सव मानाने की जगे आक्रोश पैदा करेगी ही |
मालवा की ९० % जनता गाँव में रइ री हे जो असली मालवी लोग हे ने जो असली मालवी परंपरा और संस्कृति के संभाली रिया हे यो मालवा उत्सव उनका बिच में होणों चहिये | आज असो लगे के ” मालवी” देहाती भाषा बनाई दी गई हे ने देहात का लोग सेर में आणे में घबरावे हे जद तक मालवी के सम्मान नि मिलेगो ,देहात के सम्मान नि मिलेगो मालवा उत्सव मजाक रेगो | और मालवी को सम्मान देने की सरकार की जिम्मेदारी हे | सरकारी पैसो कणी की जागीरदारी नि हे के जा चावे खर्च करेगा | सेर का लोग जो सगळा बाहार से आया हे ने मालवी जाने भी नि ने जाननो भी नि चावे वि मालवी ने मालवा को मजाक उड़ावेगा |मालवी भाषा ने मालवा से नाक सिकोड़े वि कदी भी मालवा ने मालवी को सम्मान नि करेगा | मालवा ने मालवी के सम्मान दिलाने सारू सगळा मालवावासी ने मालवी भाषी लोग होण के जागनो पड़ेगो जदेज सही मालवी उत्सव ने मालवी को सम्मान होयेगो | सब लोग ना जागो ने मालवी बचाओ जदेज सही मालवा उत्सव होवेगो |