हरियाणा संस्कृत अकादमी ने हिसार के पंडित मिथिलेश शास्त्री को प्रदेश स्तरीय महाकवि बाणभट्ट सम्मान पुरुस्कार से किया सम्मानित
पंचकूला में आयोजित समारोह में राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने दिया सम्मान, अकादमी से मिलने वाला यह चौथा सम्मान
हिसार. संस्कृत लेखन और अध्यापन में कई वर्षों से जुटे स्टेट टीचर अवार्डी पं. मिथिलेश शास्त्री के नाम के साथ दो और सम्मान जुड़ गए हैं। हरियाणा संस्कृत अकादमी ने पंचकुला में आयोजित प्रदेश के प्रख्यात संस्कृत विद्वानों और साहित्यकारों के सम्मान समारोह में उन्हें महाकवि बाणभट्ट सम्मान और पुस्तक लेखन पुरस्कार से सम्मानित किया है। उन्हें यह पुरस्कार राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य के हाथों प्राप्त हुआ है।
हरियाणा संस्कृत अकादमी ने मिथिलेश शास्त्री को वर्ष 2014 के तहत महाकवि बाणभट्ट सम्मान और वर्ष 2015 के तहत नाटक विद्या श्रेणी में उनकी पुस्तक कुमार्याम्बा को पुस्तक सम्मान के लिए चुना था। महाकवि बाणभट्ट सम्मान के लिए उन्हें एक लाख रुपये और नाटक विधा के पुरस्कार के तहत 31,000 रुपये की नकद राशि प्रदान की गई है।
ये हैं प. मिथिलेश शास्त्री
पंडित मिथिलेश शास्त्री वर्तमान में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मॉडल टाउन, हिसार में संस्कृत प्राध्यापक हैं। संस्कृत लेखन और संभाषण में सक्रिय रहते हैं। 2008 में हरियाणा संस्कृत अकादमी द्वारा विद्यालयीय संस्कृत सेवा सम्मान और हरियाणा सरकार द्वारा राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं। 2012 में हरियाणा संस्कृत अकादमी ने इन्हें गद्य विधा में पुस्तक पुरस्कार से सम्मानित किया था। 2015 में ये अखिल भारतीय संस्कृत विकास परिषद की ओर से संस्कृत संस्कृति गौरव सम्मान से नवाजे जा चुके हैं। मंगलवार को उन्हें ये दो सम्मान और प्राप्त हुए है।