चंडीगढ़, 21 फरवरी : आपात्कालीन परिस्थितियों से सफलतापूर्वक निपटने के लिए आज स्थानीय पुलिस लाईन में पुलिस अधीक्षक श्री आश्विन शैणवी की अगुवाई में पुलिस का मॉक ड्रिल अभ्यास किया गया। मॉक ड्रिल अभ्यास का मकसद प्राकृतिक व मानवजनित समस्याओं पर काबू पाने के साथ-साथ पुलिस को अत्याधिक चुस्त-दुरूस्त बनाना है।
यह जानकारी देते हुए हिसार पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि आज प्रातः पुलिस लाईन हिसार के परेड ग्राऊंड में सैंकड़ों पुलिस जवानों के साथ श्री शैणवी ने आश्रु गैंस स्कैड, भीड़ को नियन्त्रित करने वाला दस्ता, विशेष कमाडों दस्ता तथा विभिन्न प्रकार की मॉक ड्रिल का अभुतपूर्व अभ्यास पुलिस अधीक्षक की उपस्थिति में किया गया। भारतीय सेना की तर्ज पर पुलिस को भी आपात्कालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए नये व आधुनिक तौर-तरीकों की जानकारी दी गई। इसके साथ-साथ पुलिस जवानों को विभिन्न प्रकार की विषम परिस्थितियों के समय किस प्रकार का हथियार कैसे और कब प्रयोग करना है, इसकी भी विस्तृत जानकारी मॉक ड्रिल के माध्यम से दी गई। मॉक ड्रिल रिहर्सल वास्तविक नजर आ रही थी क्योंकि रिहर्सल में आश्रु गैंस छोड़ने के साथ-साथ भीड़ द्वारा पुलिस पर ईंट-पत्थर बरसानें का यथार्थ दृश्य प्रस्तुत किया गया था। मॉक ड्रिल में जवानो को यह भी सिखाया गया कि अपने बचाव के साथ-साथ कानून व्यवस्था को भी बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण है। विषम परिस्थितियों से निपटन्े के दौरान घायल हुए जवानोें को तुरन्त किस प्रकार प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध करवाई जाए, इस बारे भी मॉक ड्र्रिल के माध्यम से जीवन्त दृश्य प्रस्तुत किया गया।
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार हिसार जिले में रैपिड एक्शन फोर्स की दो कम्पनियां हिसार में पंहुच चुकी है। जिनके अधिकारियों के साथ मिलकर जिला पुलिस ने सम्पर्क सुत्र स्थापित करके जिला पुलिस के जवानों को बहुत कुछ सिखने को मिला। हिसार पुलिस के जवानों ने बड़े जोश के साथ इस मौक ड्रिल में भाग लिया जिसमें आश्रु गैंस का लाईव फायर तथा वाटर केनैन गाड़ी जो भीड़ को नियन्त्रित करने के लिए पानी की बौछारों से भीड़ को तित्तर-बित्तर करने में सक्ष्म होती है का भी अभ्यास देखने को मिला।
श्री शैणवी ने बतलाया कि भविष्य में भी इस प्रकार के अभ्यास जारी रहेंगें तथा हिसार पुलिस को अति आधुनिक तरीकों तथा हथियारों से लैस किया जाएगा। मॉक ड्रिल के अवसर पर उप-पुलिस अधीक्षक मुख्यालय दिनेश यादव सहित अन्य पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे।