अदालत ने जाट आरक्षण के दौरान राजद्रोह के आरोपी प्रो. वीरेंद्र सिंह को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। पुलिस ने प्रो. वीरेंद्र सिंह को 4 दिन के और रिमांड की मांग कर रही थी , लेकिन अदालत ने पुलिस की अर्जी खारिज कर दी।
आज पुलिस कोई सबूत पेश नहीं कर पायी जो यह साबित करे कि प्रो. वीरेंद्र सिंह की ऑडियो से हिंसा हुई है। अदालत ने नार्को टेस्ट की अर्जी भी खारिज कर दी और आरोपी को 8 अप्रैल को पेश करने के आदेश दिये।