हिसार : विश्वविद्यालय के शिक्षक विद्यार्थियों में कौशल विकास के साथ-साथ नैतिकता व संस्कारों का भी विकास करें ताकि वे जीवन में उच्च आदर्श स्थापित करते हुए महान नागरिक बन सकें। विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को इतना सक्षम बनाएं कि वे स्वयं अपना रास्ता खोजने में कामयाब हो सकें।
यह बात हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय हिसार के सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम में विश्वविद्यालय परिवार को संबोधित करते हुए कही। इससे पूर्व उन्होंने विश्वविद्यालय में लड़कों के छात्रावास नम्बर-4 (विवेकानंद भवन) का उद्घाटन किया और सी व डी-टाइप मकानों का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के एलुमनाई एसोसिएशन विभाग की वेबसाइट का भी उद्घाटन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने की। इस अवसर पर कृषि एवं पशुपालन मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ व मुख्य संसदीय सचिव डॉ. कमल गुप्ता भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महान पर्यावरणविद् गुरु जम्भेश्वर जी महाराज के नाम से स्थापित इस विश्वविद्यालय को पर्यावरण संरक्षण की गंभीर चुनौतियों से निपटने के उपाय खोजने चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को पढ़ाना और पाठयक्रम उत्तीर्ण करवाना उतना मुश्किल नहीं है जितना उन्हें कार्यकुशल व अच्छा इंसान बनाना है। उन्होंने कहा कि समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार जैसी बुराइयों को आने वाली पीढ़ियों को अच्छे संस्कार देकर ही दूर किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि विज्ञान एवं तकनीकी विश्वविद्यालय होने के नाते यहां के शिक्षकों को विद्यार्थियों के कौशल विकास की ओर विशेष ध्यान देना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से देशवासियों व युवाओं के कौशल विकास को बढ़ाने की नीतियां बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश भर में आज कौशल विकास के 1000 से अधिक कोर्स है और हमें इस पर भी ध्यान देना होगा कि किस युवा के लिए कौन सा पाठ्यक्रम उचित है।
कृषि एवं पशुपालन मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज के दौर में जल संरक्षण, प्रदूषण, खाद्य पदार्थों की बर्बादी और गौमाता की दुर्गति जैसी अनेक ऐसी चुनौतियां हैं जिनका समाधान विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ और वैज्ञानिक खोज सकते हैं तथा सरकार की मदद कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक यह उपाय करें कि किसान पराली न जलाएं तथा पानी का सदुपयोग करें। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश को 3 करोड़ एकड़ फीट पानी की जरूरत है जबकि हमारे पास केवल 2 करोड़ एकड़ फीट पानी ही है। उन्होंने खाद्य पदार्थों की बर्बादी को रोकने का उपाय खोजने का भी आह्वान किया।
मुख्य संसदीय सचिव डॉ. कमल गुप्ता ने गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को हरियाणा का श्रेष्ठ विश्वविद्यालय होने तथा देशभर के तकनीकी विश्वविद्यालयों में प्रथम स्थान पाने पर विश्वविद्यालय परिवार को बधाई दी तथा इसे हिसार का गौरव बताया। उन्होंने विश्वविद्यालय के शिक्षकों को अपने क्षेत्र में चाणक्य की भांति इतना प्रवीण बनने का आह्वान किया कि प्रदेश सरकार भी उनसे सलाह ले। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से भारत विश्व गुरु बनेगा तथा विश्वास व्यक्त किया कि यह विश्वविद्यालय भी विश्वस्तरीय पहचान स्थापित करेगा।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने अपने स्वागत सम्बोधन में कहा कि यह विश्वविद्यालय 2002 से नैक द्वारा ‘ए‘ ग्रेड प्राप्त विश्वविद्यालय है। यह विश्वविद्यालय शिक्षण कार्यों के अलावा गांवों को गोद लेने, पर्यावरण संरक्षण व सामाजिक विकास के कार्य करने में भी अग्रणीय है। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय प्रदेश का पहला ऐसा विश्वविद्यालय है जिसने उन परिवारों की लड़कियों के लिए विभिन्न विषयों में एक अतिरिक्त सीट आरक्षित की है जिनके परिवार में कोई लड़का नहीं है। इसके अतिरिक्त महिला विद्यार्थियों के लिए मातृत्व अवकाश की व्यवस्था भी की गई है। विश्वविद्यालय ने उद्योगपतियों का सम्मेलन आयोजित कर यहां के विद्यार्थियों के लिए रोजगार पाने के नए रास्ते खोजने के प्रयास किए हैं। डिजिटल इंडिया की तर्ज पर विश्वविद्यालय को ई-फाइलिंग सिस्टम से जोड़कर काम में तेजी लाई गई है। उन्होंने इच्छा जताई कि विश्वविद्यालय के साथ और अधिक कॉलेज जोड़े जाएं ताकि प्रदेश के अधिक से अधिक बच्चों को इसका लाभ दिया जा सके।
कुलसचिव डॉ. अनिल कुमार पुंडीर ने अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें विश्वास दिलाया कि विश्वविद्यालय विज्ञान एवं तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट स्थान प्राप्त करने के लिए भरपूर प्रयास कर रहा है। उन्होने कहा कि आने वाले समय में यह विश्वविद्यालय और बड़ी उपलब्धियां हासिल करेगा।
इस मौके पर महर्षि दयानंद विवि, रोहतक के कुलपति प्रो. बीके पूनिया, चौ. देवीलाल विवि के कुलपति डॉ. राधेश्याम शर्मा, मुरथल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर.के. दहिया व अल्मनाई रिलेशन्स विभाग के डीन प्रो. एम.एस. तुरान सहित विश्वविद्यालय के शिक्षक व अन्य स्टाफ सदस्य भी उपस्थित थे।
21.65 लाख रूपये की लागत से बना है विवेकानंद भवन
गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में नवनिर्मित लड़कों का छात्रावास (विवेकानंद भवन) 21.65 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ है। इस चार मंजिला भवन में 120 कमरे बनाए गए हैं जिनमें 360 विद्यार्थियों को आवास सुविधा मिलेगी। इनके अलावा छात्रावास में एक डाइनिंग हॉल, एक रीडिंग रुम, 2 मनोरंजन कक्ष, 1 वार्डन कार्यालय, आगंतुक कक्ष व पार्किंग का निर्माण भी किया गया है।
मुख्यमंत्री ने सी व डी-टाइप मकानों का भी शिलान्यास किया जिस पर 2.77 करोड़ रुपये की लागत आएगी।