चंडीगढ़, 16 अगस्त: इनेलो नेताओं ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कार्यकाल दौरान आठ से दस लाख करोड़ के बीच घोटाले किए जाने का आरोप लगाते हुए प्रदेश के राज्यपाल महामहिम प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी को हुड्डा सरकार के खिलाफ 140 पृष्ठों की एक चार्जशीट सौंपी। इनेलो नेताओं ने इन सभी घोटालों व मुख्यमंत्री और उनके पारिवारिक सदस्यों की नामी व बेनामी सम्पत्ति की सर्वोच्च न्यायालय के किसी कार्यरत न्यायाधीश की देखरेख में न्यायिक जांच करवाए जाने की मांग की है। इनेलो नेताओं का प्रतिनिधिमण्डल पार्टी के वरिष्ठ नेता चौधरी अभय सिंह चौटाला व प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा के नेतृत्व में शनिवार शाम को राज्यपाल से मिला। प्रतिनिधिमण्डल में विधायक रामपाल माजरा, हिसार के सांसद दुष्यंत चौटाला, सांसद चरणजीत सिंह रोड़ी, सांसद रणबीर प्रजापति, सांसद रामकुमार कश्यप, विधायक प्रदीप चौधरी, नरेंद्र सांगवान, राजबीर बराड़ा, बीएल सैनी, मामूराम गोंदर, पूर्व मंत्री सुरेंद्र मदान, केएल शर्मा, इनेलो नेता आरएस चौधरी, बीडी ढालिया, एमएस मलिक, रणधीर सिंह सहित पार्टी के अनेक प्रमुख नेता शामिल थे।
इनेलो ने राज्यपाल को सौंपी चार्जशीट में मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की नामी-बेनामी सम्पत्ति का ब्यौरा देते हुए बताया कि उनका सुखपुरा चौक पॉवर हाउस रोहतक में 28 हजार 707 वर्ग मीटर का एक फार्म हाउस है, इस फार्म हाउस के लिए सडक़ भी हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा बनाई गई और उक्त विभाग का मंत्री होने के नाते उन्होंने स्वयं ही सीएलयू हासिल किया और उस पर एक विशाल भवन खड़ा किया गया। यह सब रिक्रेशन पार्क और नर्सरी की आड़ में किया गया और सीएलयू की रकम साढे सोलह लाख रुपए भी स्वयं श्री भूपेंद्र हुड्डा द्वारा भरी गई लेकिन इसके तुरंत बाद इसकी दर को बढ़ा दिया गया। इसके अलावा गुडग़ांव बजवासन सडक़ पर ओबराय फार्म हाउस के निकट एक बड़ा फार्म हाउस, बाजपुर उत्तराखण्ड में मुख्यमंत्री व उनके परिवार के नाम 260 एकड़ कृषि भूमि, रोहतक और कुरुक्षेत्र में फोर्ड कार एजेंसियां और हिसार में मुख्यमंत्री के भतीजे रविंद्र हुड्डा के नाम मारुति कार एजेंसी, महरोली क्षेत्र में नेव सराय गांव में बारह एकड़ का प्लॉट फ्रीडम फाइटर सोसायटी के नाम से लिया गया जिसमें ढाई एकड़ का फार्म हाउस हुड्डा दम्पति के कब्जे में है। चार्जशीट के साथ संबंधित सम्पत्तियों की रंगीन फोटो और दस्तावेज भी लगाए गए हैं।
इनेलो ने चार्जशीट में आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री व उनके पारिवारिक सदस्यों की रामप्रस्था, पाश्र्वनाथ, सनसिटी, बीपीटीपी सहित अनेक कंपनियों में हिस्सेदारी है, रामप्रस्था समूह के मुख्य प्रबंधक के दावे अनुसार उनकी कम्पनी के पास एनसीआर में 1500 एकड़ भूमि है। इसके अलावा मुख्यमंत्री का महरोली दक्षिणी दिल्ली में आलीशान फार्म हाउस, मध्यप्रदेश में 250 कृषि भूमि, झज्जर जिले के बेरी गांव स्थित एडीएस प्राइवेट लिमिटेड में 25 प्रतिशत हिस्सेदारी और सनसिटी रोहतक में बेनामी हिस्सेदारी के अलावा वहां एक हजार वर्ग मीटर के तीन रिहायशी प्लॉटों के अलावा तिलकनगर रोहतक में हुड्डा सदन व मातु राम विला जैसे विशाल भवन, काशीपुर और बाजपुर में समूचे उत्तराखण्ड के लिए हुड्डा के भतीजों के नाम जेसीबी की डीलरशिप, इंडिया बुल्स कम्पनी में करोड़ों रुपए का निवेश, काशीपुर और उत्तराखण्ड में ही हीरो स्कूटर एजेंसी, खेड़ी साध रोहतक में हुड्डा के भतीजे मनु के नाम पेट्रोल पम्प, मुख्यमंत्री के भतीजों के नाम बाजपुर और काशीपुर में पेट्रोल पम्प सहित अनेक स्थानों पर नामी व बेनामी सम्पत्ति है। इसके साथ यह भी कहा गया कि मलेशिया के कोलालाम्पुर में 2500 करोड़ की लागत से बना एक पांच सितारा होटल भी इन्हीं के परिवार का बताया जाता है। पत्रकारों से बातचीत करते हुए इनेलो नेता चौधरी अभय सिंह चौटाला ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के खिलाफ दी गई इस चार्जशीट के बाद एक अनुपूरक चार्जशीट और दी जाएगी जिसमें मुख्यमंत्री के दिल्ली वसंत विहार बंगले, डीएलएफ, गोल्फ क्लब स्थित पेंट हाउस और उनके दामाद के गुडग़ांव में 16 पेट्रोल पम्पों और और डीएलएफ फेज-1 में 5 एकड़ के प्लॉट पर एक बेहद महंगे स्कूल, मुख्यमंत्री के दामाद व बेटी के नाम रॉयल सिटी, हैवलॉक डवलपर व अन्य नामी-बेनामी सम्पतियों का भी पूरा ब्यौरा दिया जाएगा।
इनेलो नेताओं ने बताया कि मुख्यमंत्री ने 2005 में सत्ता सम्भालते ही प्रदेश को दोनों हाथों से लूटना शुरू कर दिया था और उनके पारिवारिक सदस्यों व करीबी लोगों ने इस भ्रष्टाचार में बढ़-चढक़र भाग लिया। इसमें भूमि अधिग्रहण कानून का दुरुपयोग करके भ्रष्टाचार फैलाने, मानेसर में औद्योगिक श्रमिकों के लिए बनने वाली कॉलोनी की भूमि को अधिग्रहण प्रक्रिया से मुक्त करके बड़ा घोटाला करने और ऐसी ही प्रक्रिया सोनीपत कुण्डली में अपनाने, सीएलयू के नाम पर खूब लूट मचाने, नौकरियों में भाई-भतीजावाद व सरेआम नौकरियां नीलाम किए जाने, जेबीटी व एचसीएस की भर्तियों में जालसाजी करने, एक तरफ किसानों पर भूमि सीमा कानून लागू होने और बिल्डरों व उद्योगपतियों को भूमि सीमा कानून के दायरे से बाहर करके बड़ा घोटाला करने, चकबंदी कानून का दुरुपयोग करके सैकड़ों करोड़ की कृषि भूमि बिल्डरों को देने, यमुनानगर ताप बिजली घर में घोटाला करने, फरीदाबाद थर्मल प्लांट की जमीन कौडिय़ों के भाव बेचने, हरियाणा के सरकारी तापघरों को आबंटित कोयला निजी कंपनी को देने, महंगी दरों पर निजी कंपनियों से बिजली खरीदने, फर्जी उपलब्धियों के झूठे प्रचार पर सरकारी खजाने से करोड़ों रुपए बर्बाद करने, फंगी साइड खरीद घोटाला करने, तकनीकी विभाग में धांधली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वन क्षेत्र घोटाला करने, चहेते रिटायर्ड अधिकारियों को फिर से नियुक्तियां देने, हुड्डा के दामाद को फायदा पहुंचाने वाली कंपनियों को सीएलयू लाइसेंस देने सहित अनेक घोटालों का व्यापक उल्लेख किया गया है। इसमें हुड्डा सरकार के मंत्रियों, विधायकों व उनके पारिवारिक सदस्यों के सीएलयू के नाम पर करोड़ों रुपए मांगने वाली स्टिंग सीडी और महिलाओं व दलितों पर अत्याचार के अलावा रोहतक स्थित अपना घर में नाबालिग लड़कियों और महिलाओं का यौन उत्पीडऩ और शोषण की घटनाओं का उल्लेख करते हुए इसे चलाने वाली महिला को पुरस्कृत करने वाले कांग्रेसी विधायकों के पत्रों सहित हुड्डा सरकार के काले कारनामों, घपलों, घोटालों और व्यापक भ्रष्टाचार व वित्तीय अनियमितताओं का उल्लेख करते हुए इसकी उच्चस्तरीय न्यायिक जांच करवाए जाने की मांग की गई। इनेलो नेताओं ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो उनकी पार्टी इस संंबंध में राष्ट्रपति से मिलकर उन्हें भी इन सभी घोटालों का विस्तृत ब्यौरा उपलब्ध करवाते हुए जांच करवाए जाने की मांग करेंगे।