चंडीगढ़, 8 अक्टूबर- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने भारत कौशल प्रतियोगिता में पदक जीतने वाले युवाओं को बधाई देते हुए कहा है कि हमारी सरकार ने राष्ट्रीय कौशल विकास निगम की तर्ज पर हरियाणा कौशल विकास निगम गठित किया था जिसके अब सकारात्मक परिणाम आ रहे हैं। हरियाणा कौशल विकास निगम ने युवाओं को नई तकनीक सीखने में विशेष मदद की है जिसके कारण आज हमारे युवा अपने कौशल का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं।
हरियाणा के कौशल, विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री विपुल गोयल ने भी पदक विजेताओं को बधाई एवं शुभकामना देते हुए कहा है कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि ये युवा कजान में होने वाली विश्व कौशल प्रतियोगिता में भी अपने हूनर का अभूतपूर्व प्रदर्शन करके हरियाणा और भारत का नाम रोशन करेंगे। राष्ट्रीय कौशल विकास निगम द्वारा उक्त वर्गों में स्वर्ण पदक विजेता को एक लाख रुपये, रजत पदक विजेता को 75,000 रुपये तथा कांस्य पदक विजेता को 50,000 रुपये की राशि दी जाएगी।
उल्लेखनीय है कि हरियाणा के युवाओं ने अब इलेक्ट्रोनिक्स और औद्योगिक नियंत्रण जैसे विभिन्न कौशल में देशभर में अपनी धाक जमा दी है। अब ये युवा रूस के कजान में 2019 में होने वाले ‘युवा विश्व कौशल ओलंपिक’ में अपने कौशल का प्रदर्शन करेंगे और विश्वभर में अपने कौशल की धाक जमाएंगे।
दरअसल नई दिल्ली में आयोजित भारत कौशल प्रतियोगिता में हरियाणवीं युवाओं ने दो स्वर्ण पदक सहित कुल दस पदक हासिल किए हैं। इस प्रतियोगिता में 27 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के 400 से अधिक युवाओं ने भागीदारी की थी जिन्होंने 46 स्किल्स, 10 पारंपरिक व 4 डैमो स्किल्स में अपनी प्रतिभा दिखाई। इसके अलावा पहली बार लोकनिर्माण विभाग के लोगों के लिए 10 स्किल्स में क्षमताओं का ओलंपिक यानि एबिओलंपिक्स का भी आयोजन किया गया। हरियाणा की ओर से हरियाणा कौशल विकास मिशन ने पहली बार इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। यह पहला अवसर है
जब हरियाणा के युवाओं ने गलोबल लेवल की कौशल प्रतियोगिता में अद्वितीय हूनर का परिचय दिया है।
इसमें हरियाणा के मनोज कुमार ने इलेक्ट्रोनिक्स व राहुल ने औद्योगिक नियंत्रण के वर्ग में स्वर्ण पदक जीते। इसी प्रकार, रोहित ने कुकिंग में, राहुल जांगड़ा ने रेफ्रिजरेशन एंड एयर कंडिशनिंग में रजत पदक हासिल किए। नीरज मखीजा ने इलेक्ट्रोनिक्स में, गुलशन सिंह ने आईटी एसएसबी, कर्तव्य सैनी ने पेंटिंग व डेकोरेशन में, जगत यादव ने रेस्टोरेंट सर्विस में, रितेश यादव ने वेब-डिजाइन एवं टेक्नोलॉजी तथा विनोद को प्लंबिंग एवं हिटिंग वर्ग में कांस्य पदक मिला। इनके अलावा, प्रिंस कुकिंग में, कुनाल जैन इलेक्ट्रोनिक्स में तथा रोशन कुमार पेंटिंग वर्ग में मैडलियन रहे। स्वर्ण व रजत पदक जीतने वाले इन युवाओं को कजान (रूस) में होने वाली विश्व कौशल प्रतियोगिता 2019 में भाग लेने से पूर्व अंतरराष्ट्रीय स्तर का सर्वश्रेष्ठï प्रशिक्षण दिया जाएगा।
तीन पायदान पार करके बने हैं कौशल चैंपियन
-राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता तक पहुंचने वाले हरियाणा के इन युवाओं ने परीक्षाओं के तीन पायदान पार किए हैं। प्रथम पायदान के तहत 14 से 16 मार्च, 2018 तक जोनल लेवल कंपीटिशन में हिस्सा लिया जिसमें कुल 809 प्रतिभागियों ने आवेदन किया था। हरियाणा की विभिन्न जोनल आईटीआई में 388 उम्मीदवार शामिल हुए। कुल 121 उम्मीदवारों ने प्रथम व द्वितीय स्थान हासिल किया। इन्होंने 26 से 28 अप्रैल 2018 तक गुरुग्राम व कुछ अन्य स्थानों पर हुए स्टेट लेवल कंपीटिशन में भागीदारी की। इसमें कुल 202 प्रतिभागी 19 कौशलों में शामिल हुए जिनमें से 39 प्रतिभागियों को विजयी घोषित किया गया। जोनल, स्टेट व रिजनल लेवल पर जीत कर आगे आने वाले युवाओं को मारुति सुजुकी, नासकॉम, एसएससी, आईएचएम पुसा, फेस्टो, सैमसंग, टोयोटा, एम्टेक, एसवीएसयू इत्यादि संस्थानों में 37,000 घंटे से ज्यादा समय का गहन प्रशिक्षण दिया गया।