सिरसा, 6 नवम्बर। शहर के नोहरिया बाजार की गली कांडा वाली के निवासी जगदीश शर्मा के 10 वर्षीय पुत्र गिरीश शर्मा के सफल गुर्दा प्रत्यारोपण होने के पश्चात शर्मा परिवार गुडग़ांव के मेदांता अस्पताल से सिरसा स्थित अपने निवास पर पहुंचे। शुक्रवार को उन्होंने पत्रकारों से रु-ब-रु होते हुए कहा कि उनका बेटा काफी समय से बीमार था और उसकी दोनो किडनियां खराब हो चुकी थी।
जिसका एकमात्र इलाज किडनी ट्रांसप्लांटेशन था। लेकिन वह एक गरीब ब्राह्मण है जो रेहड़ी लगाकर अपना जीवन यापन करता है। शर्मा ने बताया कि किडनी ट्रांसप्लांट काफी महंगा इलाज है और वो उसको करवाने में असमर्थ था। उन्होंने बताया कि बेटे के इलाज के लिए उसके पास जो कुछ भी जमा पूंजी और जेवर थे उसका सब कुछ गिरीश के प्राथमिक इलाज में ही खर्च हो गया। वें सभी तरफ ना उम्मीद हो चुके थे। परंतु उसक वक्त बच्चे की इच्छा को ध्यान में रखते हुए एक एनजीओ ने उसे राजस्थान में जयपुर का एक दिन का पुलिस कमीश्रर भी बनवाने में मदद की। परंतु बेहद महंगा इलाज होने के कारण वे गिरीश किडनी ट्रांसप्लांट करवाने में असमर्थ थे। इसके पश्चात उनके परिवार ने प्रदेश में अनेक जगह संपर्क साधकर और विभिन्न माध्यमों से लोगों से सहयोग की अपील की परंतु चार माह में केवलमात्र 30 हजार रुपए की सहायता राशि ही प्राप्त हो पाई। इस दु:ख की घडी में उनकी फरीयाद मीडिया ने लोगों तक पहुंचाई और पत्रकारों के सहयोग के कारण ही यह बात पूर्व गृह राज्यमंत्री गोपाल गोयल कांडा तक पहुंची और उन्होंने गिरीश के किडनी ट्रांसप्लांटेशन का सारा खर्चा स्वयं अपने निजी कोष से वहन करने का आश्वासन दिया और उन्हें गुडग़ांव बुलाया। जहां अनेक सुपरस्पैशलिस्ट चिकित्सकों को चैक करवाने के बाद गोपाल कांडा गुडग़ांव के मेदांता अस्पताल में गिरीश का इलाज शुरु करवाया और 21 अक्तुबर को गिरीश की माता बबली शर्मा ने अपनी एक किडनी गिरीश को दी। जिसका डॉक्टरों ने सफल प्रत्यारोपण किया और स्वस्थ होने पर गिरीश को 5 नवम्बर को अस्पताल से छुट्टी दे दी।
जगदीश शर्मा ने कहा कि वह और उनका परिवार सदैव मीडिया और गोपाल गोयल कांडा द्वारा दिए गए सहयोग के लिए उनका आभारी रहेगा। मीडिया के सहयोग के कारण ही 13 लाख रुपए से अधिक की आर्थिक मदद से गिरीश को नया जीवन मिल पाया है। उन्होंने कहा कि इलाज का सारा खर्चा गोपाल गोयल कांडा ने ही वहन किया। जगदीश शर्मा ने आगे बताया कि डॉक्टरों ने गिरीश का एक माह बाद स्कूल भेजने की अनुमति प्रदान कर दी है। वहीं गिरीश की माता बबली शर्मा ने भी कांडा परिवार का आभार जताया और मीडिया द्वारा किए गए सहयोग के लिए मीडियाकर्मियों का धन्यवाद किया।
शर्मा परिवार के सिरसा पहुंचने पर गोबिंद कांडा ने शुक्रवार को उनसे मुलाकात की और गिरीश का कुशलक्षेम जाना। इस अवसर पर मीडिया से रू-ब-रू होते हुए गोबिंद कांडा ने कहा कि उनका परिवार सदैव गिरीश को हर प्रकार की सहायता प्रदान करने को तत्पर रहेगा। उन्होंने कहा कि अगले शैक्षणीक शैसन से गिरीश को एमडीके इंटरनेशनल स्कूल में नि:शुल्क शिक्षा प्रदान की जाएगी। ताकी उच्च शिक्षा प्राप्त कर गिरीश अपना आईपीएस अधिकारी बनने का सपना साकार कर सके।