दिल्ली : 1988 में अल्मोड़ा जिले में उत्तरांचल उत्थान परिषद की स्थापना हुई और 2013 में हरिद्वार में प्रवासी पंचायत कर पूरे देश में उत्तराखण्ड मूल के प्रवासियों को गाँव से जोड़ने के उद्देश्य से उत्तरांचल उत्थान परिषद देश भर में कार्य कर रहा है। आज 27 जनवरी को उत्तराखण्ड सदन, चाणक्यपुरी, दिल्ली में उत्तरांचल उत्थान परिषद, प्रवासी पंचायत, दिल्ली की वार्षिक कार्ययोजना और लोगों को अधिक से अधिक गांव से जोड़ने के अभियान को लेकर बड़ी बैठक हुई। बैठक में गांव भ्रमण एवं सहकारिता, सदस्यता अभियान, वार्षिक कार्ययोजना और संगठन में मेरी सहभागिता विषय को लेकर विस्तार से चर्चा हुई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उत्तरांचल उत्थान परिषद के केंद्रीय समन्वयक डॉ नवदीप जोशी ने कहा की ‘मेरा गांव – मेरा तीर्थ’ के अभियान को लेकर संगठन हर प्रवासी उत्तराखण्डी तक पहुंच कर उन्हें गांव से जुड़ने को लेकर प्रोत्साहित किया जाएगा, साथ ही उन्होंने कहा की उत्तराखण्ड को स्वावलम्बित करने हेतु बहुत जरूरी है की हम लोग मिलकर अपने गॉवों को सशक्त करने का प्रयास करें तभी हम मूलभूत सुविधाओं की मजबूरी से होने वाले पलायन को रोक पाएंगे। दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष दिगमोहन नेगी ने कहा की अपने लक्ष्यों की प्राप्ति को गांव को मजबूत करने के लिए जरूरी है की संगठन में अधिक लोगों को जोड़ा जाए और उत्तरांचल उत्थान परिषद के अधिक से अधिक सदस्य बनाये जाए। दिल्ली प्रदेश के संयुक्त महामंत्री संजय सत्यवली एवं मंत्री मुकेश डबराल,उदय ममगईं ने उत्तराखण्ड के गांवों में स्वावलंबन हेतु काम कर रहे लोगों के बारे में जानकारी दी और साथ ही संगठन के प्रयासों से होने वालों परिवर्तन के बारे में जानकारी दी। संगठन के मगर्दर्शक मंडल के भगवती पूरी ने कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए कहा की हम सभी अपने गांव से जुड़े रहें और सभी लोग साल में एक बार अपने गांव जरूर जाए और सभी लोगों को स्वरोजगार के माध्यम से आगे बढ़ाने हेतु प्रयास करें। कोषाध्यक्ष बलवंत सिंह ने 1100 सदस्यों का लक्ष्य रखा ।
दिल्ली प्रदेश के दर्जनों पदाधिकारियों ने मिलकर उत्तरांचल उत्थान परिषद, प्रवासी पंचायत के वार्षिक कैलेंडर का निर्धारण किया और आगे होने वाले कार्यक्रमों की विस्तार से चर्चा की और कार्यकर्ताओं को आगामी लक्ष्यों की जिम्मेदारी दी गयी। कार्यक्रम का संचालन महामंत्री रविन्द्र नेगी ने किया। कार्यक्रम में इंदरापुरम के निगम पार्षद अनिल राणा ,दिल्ली प्रदेश के मगर्दर्शक मंडल के गोपाल उप्रेती, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रमन मड़वाल, उपाध्यक्ष महेश भट्ट , संदीप चौहान , कानूनी सलाहकार वैभव काण्डपाल, दक्षिण दिल्ली विभाग संयोजक योगेंद्र काण्डपाल, सह संयोजक जीवन नेगी, बीना गुसाईं,, दर्शन थपलियाल, दिनेश जोशी,रामचरण धस्माना, महेंद्र बिष्ट, सूरज राणा,, नितिन रावत, कुंदन कार्की, सुशील रावत, गोपाल सिंह बिष्ट, मनमोहन रावत, ललित मोहन तिवारी, अमर सिंह गोसाईं, धीरज सिंह गैड़ा, विकास शाह, दीपक रावत समेत 50 कार्यकर्ता पदाधिकारी उपस्थित रहे।