भारत नीति प्रतिष्ठान द्वारा ‘अंडरकरेंट्स इन इंडियन पार्टी सिस्टम’ विषय पर 8 अप्रैल, 2019 को दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल काॅलेज में एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस परिचर्चा की अध्यक्षता आईसीएसएसआर के मेंबर सेक्रेटरी प्रो. वी.के. मलहोत्रा द्वारा की गई। इस परिचर्चा के मुख्य वक्ता श्री टाॅम वडक्कन थे और विशिष्ट अतिथि के रूप में श्रीमती ऐश्वर्याभाटी, वरिष्ठ अधिवक्ता, सर्वोच्च न्यायालय उपस्थित थीं।
इस कार्यक्रम में दो पुस्तकों ‘टेररिजम इन जम्मू एण्ड कश्मीर: आईडियोलाॅजी एंड प्रोग्राम’ एवं ‘आतंकवाद- जम्मू-कश्मीर एक प्रयोगशालाः विचारधारा और कार्यक्रम’ का लोकार्पण भी कियागया। डाॅ. गीता भट्ट ने इन पुस्तकों से जुड़े विषय की प्रस्तावना को रखा।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता टाॅम वडक्कन ने अपने राजनैतिक जीवन की कठिनाईयों पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला और कांग्रेस पार्टी की साम्प्रदायिक सोच को भी उजागर किया। उन्होंने कांग्रेसपार्टी में अपने 35 वर्ष के कार्यकाल का भी वर्णन किया। राजनैतिक दलों में वंशवाद के बढ़ते प्रभाव का भी उल्लेख इस परिचर्चा में खुलकर हुआ।
परिचर्चा की अध्यक्षता कर रहे प्रो. वीके मलहोत्रा ने भारत में ही नहीं अपितु विश्व भर में वंशवादी राजनीति और भ्रष्टाचार के बीच संबंध पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जन्म और राजनीतिकदायित्व का संबंध पूराने राजनीतिक दलों में ज्यादा देखने को मिलता है।
इस अवसर पर ऐश्वर्या भाटी ने लोकतंत्र और न्यायपालिका के संबंधों पर प्रकाश डाला। नेशनल डेमोक्रेटिक टिचर्स फ्रंट के अध्यक्ष डाॅ. राकेश पाण्डेय ने इस परिचर्चा के विश्वविद्यालय प्रांगण में रखने की महत्ता पर प्रकाश डाला ताकि युवाओं के बीच इस महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा हो सके।