24 जनवरी :स्वदेशी व देशभक्ति के विचारो को समर्पित अंतराष्ट्रीय संगठन हमारा परिवार की असंध इकाई द्वारा वार्षिकोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का विषय देवभक्ति व देशभक्ति रहा । कार्यक्रम का शुभारम्भ गायत्री मंत्र के साथ किया गया । कार्यक्रम का आयोजन धर्मशाला,पुरानी अनाज मंडी, असंध में किया गया । वार्षिकोत्स्व कार्यक्रम में गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति एवं प्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. मार्कण्डेय आहूजा जी ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की । इस अवसर पर डॉ. मार्कण्डेय आहूजा ने देश के महान क्रन्तिकारी भगत सिंह, वीर सावरकर,गुरु तेग बहादुर, शिवाजी की देवभक्ति व् देशभक्ति का उदहारण देते हुए कार्यक्रम को संबोधित किया ।
डॉ.आहूजा ने कहा की हमे देश के इन महान क्रांतिकारियों के जीवन से प्रेरणा लेते हुए जब देश को हमारी जरूरत पड़े उस समय देवभक्ति के स्थान पर देशभक्ति को प्राथमिकता देनी चाहिए, आगे डॉ. मार्कण्डेय ने कहा की सच्चा ज्ञान वह है जिसमें परमार्थ किया जाये और सच्ची ईश्वर सेवा वह है जिसमें दुखी जीवों की सहायता के साथ साथ अपने देश की सेवा की जाएँ , जो सिद्ध पुरूष परमेश्वर के पास पहुंचते हैं। इनमें सात दिव्य लक्षण होते हैं। ऐसे लोग अपने विश्वास में कभी कमजोर नहीं पड़ते हैं। इस कारण उन्हें परमात्मा की प्राप्ति होती है। मगर जो मनुष्य देशभक्त नहीं होता है,राष्ट्र के प्रति समर्पित नहीं होता ईश्वर भी उनकी भक्ति स्वीकार नहीं करते हैं।प्रत्येक मनुष्य को अपनी दिनचर्या में से देवभक्ती के साथ साथ देश के लिए भी नियमित रूप से समय निकालकर देश की सेवा करनी चाहिए, देशभक्ति मानव जीवन की वह अवस्था हैं जिसमे कोई भी व्यक्ति अपने तन मन और धन से अपने देश के प्रति एक अच्छी भावना से कार्य करें तथा आवश्यकता पड़ने पर बिना कुछ सोचे अपने देश के लिए खुद को भी बिना किसी हिचक झोंक दे । आगे मुख्य वक्ता ने कहा की देशभक्ति का संचार हमारे ह्रदय से स्वार्थ को निकाल कर फेंक देगा, कार्यक्रम में रोहतक से स्त्री रोग विशेषज्ञ वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. अंजू आहूजा जी भी उपस्थित रही, डॉ. अंजू आहूजा के कंठ से निकले देशभक्ति मधुर गीत ने सभी कार्यकर्ताओं में जोश भर दिया ।
इस मौके पर लाभ सिंह राणा जी कार्यक्रम में अध्यक्ष के रूप में उपस्थित रहे, राणा ने स्वदेशी विषय पर अपने विचार रखते हुए कहा की आज भारत की अर्थव्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए, देश के विकास के लिए विदेशी उत्पादों को छोड़कर भारत में बने उत्पादों को अपनाने के अतिरिक्त कोई अन्य मार्ग नहीं है। इस मौके पर हमारा परिवार संस्था के संस्थापक एवं संघ के वरिष्ठ प्रचारक डॉ सुरेन्द्र ने बताया की शुद्ध सात्विक प्रेम के आधार पर हमारा परिवार पुरे देशभर में 108 इकाइयाँ और विदेश में 7 इकाई, 40 प्रकोष्ठ के माध्यम से स्वदेशी वस्तुओं के प्रयोग को बढ़ावा, परिवारों में संस्कारों की व्यवस्था, देशभक्ति पूर्ण वातावरण का निर्माण आदि उद्देश्यों लेकर राष्ट्र निर्माण के इस ईश्वरीय कार्य में लगा हुआ है, पुरे देशभर में 15000 परिवार हमारा परिवार से जुड़ चुके है, मंच का संचालन असंध इकाई प्रमुख अमन गर्ग और सह इकाई प्रमुख सुभाष शर्मा ने किया , इस मौके पर डॉ.बूटी राम, प्रान्त प्रमुख सुरेश खत्री ,दीपक सचदेवा,मोहन आर्य गाय वाला, सहदेव हुडा, मनोज शर्मा, संजीत कौशिक,अनिल सिंगला , लॉ महाविद्यालय के डॉ. सुशील कुमार शर्मा उपस्थित रहे ।