By Ram Gopal : ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने कहा कि देश में मुसलिम चरमपंथ चरम पर है और वे देश की मूल भावनाओं को नुकसान पहुंचा रहे हैं। वहीं उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि देश में बहुसांस्कृतिवाद की नीति विफल रही है।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को आतंकवाद पर अपने भाषण में कहा कि ब्रिटेन को युवाओं के दिमाग में जहर घोल रहे संगठनों और मौलवियों के खिलाफ कठोर रवैया अपनाना होगा।
कैमरन ने कहा कि देश की मूल भावनाओं को आहत करने वाले विचारों के प्रति असहिष्णु और अधिक व्यावहारिक होने की आवश्यकता है। डेविड कैमरन और जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल शुक्रवार को म्यूनिख में सुरक्षा पॉलिसी पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस में शामिल हुए।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में बढ़ रही अराजक गतिविधियों की वजह से हमें कुछ कठोर कदम उठाने की जरूरत है।
युवाओं को बरगला रहे संगठनों के खिलाफ अपनाना होगा कठोर रुख
लेबर पार्टी की नरमी की ओर संकेत करते हुए उन्होंने सुझाव दिया कि ब्रिटेन में रहने वाले हर व्यक्ति को मूल भावनाओं जैसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, कानून और लोकतंत्र के आस्था के प्रति प्रतिबद्धता जतानी चाहिए।
विपक्ष पर हमला करते हुए कैमरन ने कहा कि अब समय आ गया है कि भूतकाल की विफल नीतियों को पलटा जाए। उन्होंने चरमपंथियों के विचारों को मदद करने वाले समूहों के सभी सार्वजनिक कोषों को खत्म करने को भी कहा।
इसके अलावा उन्होंने विश्वविद्यालयों, जेलों और इंटरनेट के चैट रूम में चरमपंथियों द्वारा युवाओं को बरगलाने की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने का भी आह्वान किया।