पूर्वांचल विकास महासंघ ट्राइसिटी, चंडीगढ़ के अध्यक्ष व चंडीगढ़ कॉंग्रेस कमेटी के प्रदेश महासचिव शशिशंकर तिवारी ने कहा है कि जब-जब हिन्दुओ के त्यौहार आते हैं तब-तब ही चंडीगढ़ प्रशासन एवं स्कूलों-कॉलेजों एवं विभिन्न संस्थाओ को याद आने लगता है कि दिवाली मे पटाखा चलाने से प्रदूषण बढ़ता है। ये सब लोग दिवाली खत्म होने के तुरंत बाद यह भूल जाते हैं कि चंडीगढ़ के अन्दर कई सारी ऐसी फेक्टरी एवं कई सरकारी गाड़ियां, प्राइवेट गाड़ियां, सी.टी.यू की बस एवं अन्य कितने विभाग है जिनके कारण रोज़ ही प्रदूषण फैेलता है एवं वातावरण खराब हो रहा है। इन लोगों को उसकी चिंता नही रहती ।
तिवारी ने कहा कि हिन्दू धर्म के अलावा अन्य धर्मों के त्यौहार में भी पटाखे इत्यादि प्रदूषण वाली चीजो का उपयोग होता है लेकिन उस वक्त प्रदूषण के खिलाफ कोई भी रैली नही निकाली जाती।
लेकिन जब-जब हिन्दू धर्मो के त्यौहार आएंगे ये लोग सक्रिय हो जातें हैं। जैसे कि होली के त्यौहार में भी यही जागरूक लोग कहना शुरू कर देंगे कि पानी की बर्बादी हो रही है , सिर्फ़ सूखे रंगो वाली होली खेली जाए।
तिवारी ने सबसे आग्रह करते हुए कहा कि प्रदूषण के खिलाफ हम भी है । लेकिन प्रदूषण सिर्फ़ होली या दिवाली मे जागरूकता दिखाने से नही । बल्कि साल के पूरे 365 दिन जागरूकता दिखाने से होगी ।