देवी भागवत नामक पुराण से बढ़कर कोई पुराण नहीं है। भागवत कथा पढऩे व सुनने से कोई भी पदार्थ दुर्लभ नहीं रह सकता है। इनकी कृपा से सभी कष्टों का निवारण शीघ्र हो जाता है। उक्ताशय की बात बद्रीनाथ धाम से आए कथा वाचक नृसिंह पीठाधीश्वर स्वामी रसिक महाराज ने उत्तराखंड मानव सेवा समिति के तत्वावधान में तिकोना पार्क सैक्टर 38 वेस्ट में आयोजित श्रीमद् देवी भागवत महापुराण में श्रद्धालुजनों से कही।
उन्होंने आगे कहा कि मनुष्य परम अमृत स्वरुप इस कथा को पढ़ता व सुनता है। संसार में भगवती की कृपा से उसके सभी मनोरथ पूर्ण हो जाते हैं। उन्होंने आगे कहा कि पृथ्वी भी एक मां है, एक हिन्दुस्तान ही ऐसा स्थान है जहां पृथ्वी को भारत माता कहा जाता है। पूरे विश्व में कही भी पृथ्वी को माता नहीं कहा जाता है।
पृथ्वी पर मनुष्य जन्म लेने के बाद ही धन्य हो जाता है। इसके पहले राधा कृष्ण मंदिर सै 40 ए से 108 कलश सिर पर धारण कर सुहागन स्त्रियां माता रानी के जयकारों के साथ तिकोना पार्क में पहुंची, जहां वेद मन्त्रों की ध्वनि से पूरा पांडाल गूंज उठा।उत्तराखंड मानव सेवा समिति के प्रधान श्री आनंद नौगाई ने बताया कि 16 सितंबर से शुरू हुई कथा का समापन 23 सितंबर को हवन एवं विशाल भंडारे के साथ होगा। कथा नित्य प्रति दिन 3 बजे से शाम 6 बजे तक होगी।