चंडीगढ़ ; 2 अक्तूबर ; आरके विक्रमा शर्मा : बात उस समय की है जब भारत और पाकिस्तान का युद्ध चल रहा था और प्रधानमन्त्री आदरणीय श्री लाल बहादुर शास्त्री जी प्रतिदिन दिल्ली के आर्मी हास्पिटल में घायल सैनिकों को मिलने के लिए जाया करते थे , मेजर भूपेंद्र सिंह के साथ जब एक घायल सैनिक को देखने के लिए जब प्रधानमंत्री ‘ शास्त्री ‘ जी जब पहुंचे तो वह सैनिक रोने लगा …!! शास्त्री जी ने कहा आप देश के बहादुर सैनिक है आप क्यों रोते है , तो सैनिक ने जबाब दिया उसको सुनकर संभवतः प्रथम बार लालबहादुर शास्त्री जी जो की मानसिक रूप से अत्यंत सुद्रढ़ थे उनकी आँखों में भी आँसू आ गए , घायल सैनिक ने कहा मुझे इस बात का तनिक भी रंज नहीं की मैं जीवित रहूँगा या मरूंगा मुझे दुःख इस बात का है की देश का महानतम प्रधानमन्त्री मेरे सामने है और मैं उसको सैल्यूट भी नहीं दे पा रहा हूँ …..!! ऐसा सुनकर वहाँ मौजूद प्रत्येक व्यक्ति की आँखों में आँसू आ गए …!!