विजय जी इस शहर की आवाज़ थे तुम…
या यूं कहूं कि नई क्रान्ति का आगा़ज़ थे तुम…
आज पूरा विश्व देख रहा है चंडीगढ़ की बदलती तस्वीर को,
तमाम शहरवासियों का गर्व और नाज़ थे तुम….
ठहरे और थमे से सुरों और साज के लिए,
इक नया संगीत और अल्फाज़ थे तुम……
बस इतना ही कहेगा “अनीश” कि
इस अभिमान से भरी, नवयौवना सी चंडीगढ़ के
सर पर विजेता का ताज़ थे तुम……
नही जाने देंगे तुम्हे चंडीगढ की दहलीज से पार,
अब हमारी जिद्द और शहर की लाज हो तुम…
डा० अनीश गर्ग ,महासचिव
हाऊस ओनर एसोसिएशन, सैक्टर 20
चंडीगढ़