चंडीगढ़ : आज कड़वे प्रवचनों का पहला दिन था एवं प्रख्यात क्रांतिकारी राष्ट्रसंत मुनिश्री तरुणसागर जी महाराज के कड़वे प्रवचनों को सुनने के लिए रामलीला ग्राउंड सै. 27 में प्रातः 8.30 बजे से जनता की भीड़ उमड़ पड़ी | विशाल वातानुकूलित पंडाल भी छोटा पड़ गया और व्यवस्था तक चरमरा गई | इस दौरान मुनि श्री तरुण सागर जी ने भारतीय जैन मिलान की राष्ट्रीय बैठक को भी संबोधित किया | चंडीगढ़ स्थित जैन समाज और हरियाणा सरकार के आग्रह पर दिगंबर जैन मंदिर में आयोजित चातुर्मास के लिए पधारे हैं |
मुनिश्री तरुणसागर जी महाराज के अनुसार जिसको सहना आ गया उसको रहना आ गया | ऐसा नहीं है की दुःख बढ़ गए है बल्कि सच्चाई यह है की जीवनशैली में सहनशीलता कम हो गई है | उन्होंने व्याख्यान में बताया की यदि परिवार को स्वर्ग बनाना है तो प्रत्येक सदस्य में सहने की आदत होनी चाहिए | उनके अनुसार क्रोध एक ज़हर है क्रोध का वास व्यक्ति के मस्तिष्क में होता है | मान गर्दन में, माया हृदय में और लोभ पेट में वास करता है | तभी तो कहा जाता है की लोभी का पेट कभी भरता नहीं | कोई अगर आलोचना करें तब भी शांत व चुप रहना चाहिए |
उन्होंने अपने कड़वे प्रवचनों में बताया की भगवान आपको याद करे उससे पहले भगवान् को याद कर लेना चाहिए | अर्थी उठने से पहले जीवन का अर्थ समझ लेना वरना अनर्थ हो जायेगा | मृत्यु जो आनी है परंतु मृत्यु को महोत्सव कैसे बनाना है ये भगवान महावीर ने सिखाया है | ईश्वर से प्राथना करो और कहो कि मेरा नाथ तू ही है | दुनिया में मैं अकेला हूँ और मेरे साथ तू है |
चातुर्मास समिति के प्रधान धर्म बहादुर जैन, महामंत्री कैलाश जैन और दिगंबर जैन सोसायटी के प्रधान नवरतन जैन के अनुसार इस अवसर पर दिगम्बर जैन मंदिर के सामने रामलीला ग्राउंड में मुनिश्री जी महाराज के कड़वे प्रवचनों के दौरान विशेष पहली बार स्वचालित आसान तैयार किया गया था जिस पर बैठ कर मुनि श्री तरुण सागर जी महाराज कड़वे प्रवचनों से आये हुए श्रद्धालुओं को निहाल किया | इस बार विशेषतः श्रद्धालुओं के लिए वातानुकूलित पंडाल का इंतज़ाम किया जा रहा है | उन्होंने बताया कि मुनिश्री तरुणसागर जी महाराज के दर्शनों के लिए दिगंबर जैन मंदिर में श्रद्धालुओं का ताँता लगा रहता है | मंदिर में रोज़ाना शाम 6 बजे से तनाव मुक्ति का अभिनव प्रयोग आनंद यात्रा का कार्यक्रम होता है | जिसमें श्रद्धालुओं को नाभि से उठने वाली हंसी राज बताते है | कार्यक्रम का सीधा प्रसारण जिनवाणी चेनल से होता है | इस कार्यक्रम में मुनिश्री तरुण सागर जी हँसते मुस्कराते श्रद्धालुओं को आनंद विभोर करते हैं |