चंडीगढ़ : आर.के.विक्रमा शर्मा
अजब सरकार और गजब के व्यापार! नहीं समझे क्या…हमारी सरकार अपनी प्रजा को प्याज के आंसूं बहाने पर पुरजोर से मजबूर कर चुकी तो पड़ोसी पाकिस्तान जो चिर परिचित दुश्मन से ज्यादा भारतियों के वास्ते कुछ अहमियत नहीं रखता पर बहती गंगा में हाथ धोने से बाज ना आया! भारत में प्याज के दम आसमां छू रहे हैं और कालाबजारी और स्टोर करने के चलते प्याज का अकाल पड़ता बढ़ता जा रहा है! ऐसे में पाकिस्तान के आढती इस मौके को भुनाने कि कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं! पाक से आ रहे प्याज के दाम भले ही कम हैं पर गुणवत्ता में ये प्याज भारत के प्याज के आगे बौना ही है! तभी तो इसकी कीमत भी धरी पर ही लोटने में मशगूल रही पर अब शातिर पाकिस्तान अपने प्याज के दाम बढ़ाने का मौका चूकना नहीं चाहता है! भारत में ८० से १०० रूपये तक प्याज के दाम कुचलें भर चुके हैं! और जी प्याज भारत में पहुंच रहा उसकी कीमत महज ३०० से ३५० तीन सौ रूपये कुंतल ही है ! पर ये प्याज कितना निरोगी और गुणकारी होगा ये तो कोई नहीं बता पायेगा !लिहाजा भारत देश कच्चा पक्का नमी भरी प्याज खायेगा! बिलकुल नहीं ये प्याज अब आना बंद हो जावेगा! इसी हफ्ते का रिकार्ड देखें तो बीते वीरवर को ३४ ट्रकों में ३४० तन प्याज और शुक्रवार को ४५ ट्रकों में ५०० तन के करीब और बुधवार को ६० ट्रक तो मंगलवार को १७७ ट्रक भारत की सीमा में पहुंचे ! पाकिस्तानी प्याज की प्रति कुंतल कीमत ३००-३५० रूपये और उतरी भारत में प्याज की कीमत ८५-१०० रूपये तक दर्ज की गई! सोहनी सिटी चंडीगढ़ के सोहने नखरे ये किबिना प्याज के तड़का लगा लेंगे पर पाकिस्तानी प्याज जो गुणवता से कोसों दूर है को सस्ते में भी नहीं खरीदेंगे! भारत में पाकिस्तानी पाज कि बढ़ी मात्र में आमद के कारण पाक में भी प्याज के दाम बढने लगे हैं ! ये भी ज्ञात हुआ कि पाकिस्तान के पास कौन सा बद भंडार है सो पाकिस्तान
से प्याज कि आवक मंदी या बिलकुल ठंडी पड़ सकती है! उतरी भारत में हिमाचली, पंजाबी और हरियाणा सहित यु.पी. के प्याज के साथ साथ पुणे और गुजरात व् राजस्थान का प्याज ज्यादा पसंद किया जाता है