अंबाला-एंटी टेररिस्ट फ्रंट इंडिया व ब्राह्मण महापंचायत ने आज फ्रंट कार्यालय में राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य के नेतृत्व में देश के सबसे युवा शहीद व हँसते-हँसते फांसी के फंदों को चूमने वाले खुदीराम बोस की 107वीं पुण्यतिथि पर उन्हें याद किया l शांडिल्य ने कहा आतंकवाद के खात्मे के लिए आज खुदीराम बोस जैसे युवाओं की जरूरत है जिनमे खुदीराम जैसा जज्बा,जोश व देशभक्ति हो l फ्रंट प्रमुख शांडिल्य ने कहा खुदीराम बोस हाथों में श्रीमदभगवत गीता लेकर फांसी के फंदों को चूमकर देश के लिए कुर्बान हुए थे उनकी देशभक्ति को फ्रंट शत-शत नमन करता है l शांडिल्य ने कहा खुदीराम बोस की शहादत के बाद एक क्रांति ने जन्म लिया था और इस युवा शहीद की शहादत से पूरे देश में क्रांति की लहर पैदा हो गयी थी l इस मौके पर शांडिल्य सहित कुलवंत सिंह मानकपुर,मनीष पासी,लखविन्द्र सिंह साधापुर,बिट्टू जट्ट,अंकुर अग्रवाल,सुभाष मेहता,विकास मोहन,केसर सिंह,जसमीत जस्सी व कई फ्रंट सदस्यों ने खुदीराम बोस को 2 मिनट का मौन रख श्रधान्जली दी l