*मिशन नीम का पेड़*” के अंतर्गत “स्वच्छ परिवेश फाउंडेशन” द्वारा आज दिनांक 10 सितंबर 2021 को राजकीय इंटर कॉलेज, टी स्टेट, बंजारावाला में विद्यालय के प्रवक्ताओं, छात्र एवम छात्राओं के साथ नीम का पेड़ लगाकर मिशन की मुहीम को आगे बढ़ाया एवम छात्रों को वृक्षारोपण, स्वच्छता एवम पर्यावरण के प्रती जागृत किया। विद्यालय के शिक्षकों द्वारा विश्वास दिलाया गया कि नीम के पौधे का रखरखाव अच्छी तरह से किया जायेगा। स्वच्छ परिवेश फाउंडेशन के सचिव रविंद्र सिंह पडियार द्वारा अवगत कराया गया कि फाउंडेशन द्वारा “मिशन नीम का पेड़” के तहत विभिन्न विद्यालय/ महाविद्यालय एवं संस्थानों में नीम के पेड़ लगाये जा रहे हैं एवं यही प्रक्रिया आगे भी चलती रहेगी।
नीम- लाख दुखों की एक दवा, नीम में इतने गुण हैं कि ये कई तरह के रोगों के इलाज में काम आता है। यहाँ तक कि इसको भारत में ‘गांव का दवाखाना’ कहा जाता है। यह अपने औषधीय गुणों की वजह से आयुर्वेदिक मेडिसिन में पिछले चार हजार सालों से भी ज्यादा समय से प्रयोग में लाया जा रहा है। नीम को “सर्व-रोग-निवारिणी” यानी ‘सभी बीमारियों की दवा।’ लाख दुखों की एक दवा! कहा गया है।
हिंदी की प्रवक्ता श्रीमती मीना भट्ट जी द्वारा अवगत कराया गया है कि विद्यालय में समय-समय पर वृक्षारोपण होता रहता है लेकिन विद्यालय के समस्त प्रांगण में पानी भरे होने के कारण पौधे लग नहीं पाते हैं, उनको बहुत मुश्किल से बचाया जाता है। अंग्रेजी के प्रवक्ता श्री देवेंद्र सगोई जी द्वारा अवगत कराया कि विद्यालय में छुट्टी के बाद जल संस्थान के ट्यूबवेल के पास से कुछ शरारती तत्व विद्यालय में प्रवेश कर विद्यालय के पेड़ पौधों को एवं भवन को क्षति पहुंचाते हैं जिसकी वजह से नए पौधे लगाने में दिक्कत होती है। स्वच्छ परिवेश फाउंडेशन द्वारा विद्यालय को आश्वासन दिया गया कि पौधों एवं विद्यालय की सुरक्षा के लिए टूटी हुई थी दीवार को मरम्मत करवाने में सहयोग किया जायेगा एवम कोशिश की जायेगी की स्वच्छ परिवेश फाऊंडेशन द्वारा इस विद्यालय का सौंदरीयकरण करने में सहायता करेंगे।
कार्यक्रम में इसके अतिरिक्त स्वच्छ परिवेश फाउंडेशन के कविंद्र पंवार , प्रवक्ता सरिता बिष्ट, रीता जागुड़ी, जयपाल चौहान, नरेंद्र सिंह लटवाल, मोनिका भंडारी, सुनीता कुंवर, विजयलक्ष्मी घिल्डियाल एवं विद्यालय के विद्यार्थी मौजूद रहे।