देहरादून : उत्तराखंण्ड गौ क्रांति मंच के तत्वाधान मे आयोजित गौ कथा मे संत गोपाल मणि की बात से एक समानता हम नही रखते की गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित होने के लिये 80 करोड़ हिंदुओं को एक स्वर मे आवहान हो मात्र 80 हजार भी अगर सड़कों पर अक्रौशित उतरे तो तत्काल राष्ट्रमाता का दर्जा मिलेगा पर सुरक्षा की जिम्मेदारी से हम मुंह नही मोड सकते हमे गर्व करना चाहिये आशु चौहाऩ , संजीव बालियान , निखिल , सत्यम , शुभम , प्रदीप , आशु रतूडी और उनके जैसे अनेको बजरंग दल के गौ रक्षको पर जो जान हथेली पर रखकर दिन रात गौ माता को बचाने मे तत्पर है जिनका आर्थिक वजूद तक शून्य है ! पर पता नही कब हमारे संत धर्म व गौ रक्षा हेतु तलवार उठाकर सर्वनाश करेंगे और हिन्दू समाज को प्रेरित करेंगे अब पानी सिर से ऊपर है ! पर हमारा रुख धार्मिक मंच और घरातल पर आक्रोशित है और रहेगा