कमलेश पडलिया, अल्मोड़ा 15 मार्च : कन्या भू्रण हत्या रोकने लिए पी0सी0पी0एन0डी0टी0 अधिनियम का अल्ट्रा साउण्ड धारको को कड़ाई से पालन कराना सुनिश्चित करायें ताकि कन्या भ्रूण हत्या पर अंकुश लगाया जा सके यह निर्देश जिलाधिकारी सविन बंसल ने आज पी0सी0पी0एन0डी0टी0 जिला सलाहकार समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक में चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को दिये। उन्होंने समिति को निर्देश दिये कि समयसमय पर इन अल्ट्रा साउण्ड केन्द्रों का निरीक्षण करें साथ ही निरीक्षण के दौरान यह भी देखा जाय कि वहाॅ पर रिकार्ड को सुव्यवस्थित रखा गया है या नहीं। जिलाधिकारी ने कहा कि सन्देह वाले अल्ट्रा साउण्ड केन्द्रों का क्रास चैक अवश्य किया जाय एवं वहाॅ पर कराये गये कम से कम पाॅच प्रतिशत अल्ट्रा साउण्ड लाभार्थी महिलाओं को दूरभाष पर भी सत्यापन कर लिया जाय।
इस दौरान जिलाधिकारी ने डा0 एन0एस0 चैहान क्लीनिक के नवीनीकरण, डा0 श्वेता बंगारी के प्रार्थना पत्र, डा0 पूनम गड़कोटी के पंजीकरण पर जिला सलाहकार समिति को निर्देश दिये कि यह कमेटी इन संस्थाओं का भलीभाॅति परीक्षण कर अपनी रिर्पोट उन्हें प्रस्तुत करना सुनिश्चित करेंगे ताकि संस्थानों का नवीनीकरण की कार्यवाही की जा सके। उन्होंने एस0एन0 श्रीवास्तव अस्पताल के नवीनीकरण के लिए तहसील स्तर पर गठित कमेटी द्वारा निरीक्षण कराकर रिर्पोट प्रस्तुत करने को कहा। जिलाधिकारी ने इस अवसर पर पी0सी0पी0एन0डी0टी0 के तहत कन्या भ्रण हत्या रोकने लिए जन जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश भी दिये।
इसके लिए विद्यालयों में पोस्टर एवं पेंटिग प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक, पम्पलैट एवं फ्लैक्सी आदि से भी जन जागरूकता में प्रचारप्रसार सुनिश्चित किया जाय। जिलाधिकारी ने जनपद में मातृमृत्यु दर की भी इस दौरान समीक्षा की और स्वास्थ्य विभाग को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि मातृमृत्यु रोकने के लिए महिलाओं को संस्थागत प्रसव के लिए प्रोत्साहित किया जाय ताकि मातृमृत्यु दर में कमी आ सके इसके लिए चिकित्सालयों में महिलाओं की काउसिंलिग कराकर संस्थागत प्रसव के लाभ बताये जाय। इस बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 आर0सी0 पंत, जिला कार्यक्रम प्रबन्धक दीपक भटट, जिला समन्वयक हिमांशु मस्यूनी, अपर चिकित्साधिकारी सविता हंयाकी, प्रमुख चिकित्साधिकारी निशा पाण्डे, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा0 नेई, डा0 आर0सी0 पाण्डंे, डा0 बृजेश बिष्ट, ग्रास संस्था की सुधा एवं सुनीता पाण्डे सहित चिकित्सा विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।