राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग तथा आल इंडिया कनफेडरशन ऑफ़ एस सी / एस टी आर्गेनाईजेशन की ओर से अमेरिका में भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े को 21 जनवरी को कोंस्टीटूशन क्लब दिल्ली में बाबा साहब भीम राव रत्न अवार्ड से सम्मानित जायेगा। ये घोषणा आयोग के उपाध्यक्ष डॉक्टर राजकुमार वेरका ने की। कल देर रात वे देवयानी को दिल्ली एअरपोर्ट में रिसीव करने के लिए उनके पिता उत्तम खोबरागड़े के साथ गए थे।
डॉक्टर वेरका ने कहा कि देवयानी भारत की एक ऐसी दलित बेटी है जिसने पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन किया। भारत सरकार हमेशा उसके साथ रहेगी। उन्होंने कहा कि देवयानी को सम्मानित करने से सभी दलित समाज की महिलाओं को आगे बढ़ने का मार्गदर्शन मिलेगा। डॉक्टर वेरका ने भारत सरकार और सोनिया गांधी का धन्यवाद किया जिसने देवयानी के केस में पीठ नहीं लगने दी और उसको मान सम्मान से भारत वापिस लाये और दिल्ली में तबादला किया।
इस मौके पर देवयानी खोबरागड़े और उसके पिता उत्तम खोबरागड़े ने कहा कि गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे तथा राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष डॉक्टर राजकुमार वेरका की मेहनत ही थी कि वे वापिस भारत आ सकी। देवयानी ने भारत सरकार का शुक्रिया किया और बताया कि अमेरिका में रहते हुए भी उसे भारत की कमी महसूस नहीं होने दी गयी। उसे गर्व है कि वो भारत की बेटी है। उसके साथ जो बदसलूकी की गयी, उसके खिलाफ भारत सरकार ने जो भूमिका निभाई है, उसके लिए जितना भी धन्यवाद किया जाये वो कम है। देवयानी ने भारत के लोगों और मीडिया को शुक्रिया कहा. उन्होंने उम्मीद जताई कि इस पूरे मामले का अमेरिका में रह रहे उनके बच्चों और परिवार पर असर नहीं पड़ेगा.
देवयानी के पिता ने देवयानी का दिल्ली तबादला करने पर भारतीय सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि अगर आज भारत सरकार उनकी बेटी के लिए स्टैंड ना लेता तो शायद उनकी बेटी आज भारत ना आ सकती।
गौरतलब है कि इससे पूर्व 12 दिसंबर को देवयानी को कथित वीजा धोखाधड़ी और घरेलू नौकरानी को कम वेतन देने के मामले में न्यूयॉर्क में गिरफ्तार किया गया था. अमेरिकी सुरक्षा अधिकारियों ने खोबरागड़े की कथित तौर पर अपमानजनक तरीके से तलाशी ली थी. भारत ने इस पूरे मामले में सख्त रवैया अपनाते हुए अमेरिका से माफी मांगने को कहा था.