मुंबई। अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति द्वारा १९ जुलाई २०१५ को सुबह जे बी नगर, अंधेरी (ईस्ट) में स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर में एक विशाल हवन और पूजा का आयोजन किया गया था। जहाँ पर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र बारहठ, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री विजय कुमार जैन, राजस्थानी फिल्म और टी वी अभिनेता अरविंद कुमार- नीलू ( नाच बलिए फेम ) सनी मंडावरा ,अनुपमा दधिची और राजस्थानी समाज के प्रतिष्ठित लोग थे। कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी लोगों ने जोड़ों में बैठकर पूजा और हवन किया। जहाँ पर हज़ारों की संख्या में लोग उपस्थित थे और खासकर स्कूल और कॉलेज के बच्चों ने पूजा और हवन में सहभागी हुए और तरह-तरह के वेश भूषा में लोगों को प्रोत्साहित किया और उसके बाद लक्ष्मी नारायण के आशीर्वाद लेने के बाद यात्रा शुरू हुई।जोकि गुजरात, राजस्थान, हरियाणा इत्यादि होते हुए २७ जुलाई को दिल्ली पहुंचेगी।
मीरा भायंदर में पास शिवजी पुतले के पास नंदू पोद्दार, नगर सेविका सुमन कोठारी, राजेश डालमिया और राजस्थानी समाज के लोगों द्वारा रथ यात्रा का भव्य स्वागत समारोह हुआ। इसके बाद यात्रा सिलवासा, दमन होते हुए और स्वागत समारोह को सम्बोधित करते हुए वापी पहुंची। जहाँ पर आर पी चौधरी, राजेश दुग्गड़ और प्रवासी राजस्थानी द्वारा विशाल और भव्य स्वागत समारोह का आयोजन किया गया था। जहाँ पर यात्रा के संयोजक और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री विजय कुमार जैन ने कहा,” जिस तरह देशभर में लोग अपनी भाषा जैसे कि मराठी, तमिल, तेलगु और गुजराती पढ़ते है, उसी तरह हमारे बच्चे स्कूल और कॉलेज में राजस्थानी भाषा पढ़े। मैं उम्मीद करता हूँ कि हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी हमारी मांगे पूरी करेंगे।”
प्रदेश अध्यक्ष डॉ.राजेंद्र बारहठ ने कहा,”राजस्थानियों ने देश के लिए हर समय अपना योगदान दिया और देते आ रहे है। लेकिन लोगों ने राजस्थानी भाषा को संवैधानिक भाषा का दर्ज़ा मिले इसपर ध्यान नहीं दिया। हम इसके जरिये अपनी तड़प और अपनी इच्छा को लोगों के सामने रख रहे हैं। इस कार्यक्रम का मुख्य मकसद यह है कि राजस्थानी भाषा को संवैधानिक मान्यता मिले और इसे संविधान के आठवीँ अनुसूची में शामिल किया जाय।”
राजस्थानी फिल्म, टी वी और नाच बलिए फेम अभिनेता अरविंद कुमार कहते है,” जिस तरह लोगो ने रास्ते में स्वागत किया है, वह तारीफे काबिल है। इससे हमे लगता कि जो हम लोग चाहते है, वही देश के हर राजस्थानी की इच्छा है। जोकि जल्दी पूरी होगी, ऐसा मुझे लगता है।”