अमृतसर, 20 अप्रैल: पंजाब सरकार की ओर से गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के वीसी डा. एएस बराड़ के कार्यकाल में तीन वर्ष की वृद्धि किये जाने की छात्र संगठन नेशनल स्टूडेंट्स फेडरेशन (एनएसएफ) ने सख्त शब्दों में निंदा की है। अकाली-भाजपा सरकार के गठन के बाद ही जीएनडीयू के वीसी के कार्यकाल में वृद्धि किये जाने के फैसले को एनएसएफ ने एक छात्र और शिक्षा विरोधी कदम बताया है।
एनएसएफ के राज्य अध्यक्ष बलजिंदर सिंह बिंद और महासचिव राजबीर सिंह राजविंदर ने कहा कि जीएनडीयू के वीसी शुरू से ही विवादों में धिरे रहे है। आकली-भाजपा सरकार के ही कार्यकाल के दौरान विश्वविद्यालय के जालंधर स्थित रिजनल सेंटर की बेशकीमती भूमि के जीते हुए फैसले के बावजूद भी भूमि का केस वापिस लेकर कथित तौर पर सत्ताधारी कुछ नेताओं को लाभ पहुंचाने के लिए चर्चा में रहे है। यहां ही बस नहीं वीसी का अभी भी विश्वविद्यालय के टीचिंग और नान टीचिंग कर्मचारियों के साथ विवाद चल रहा है। वीसी की ओर से जीएनडीयू में भाषाएं को नजर अंदाज किया जा रहा है। जीएनडीयू में संस्कृति आदि कोर्सों की फीसों में भरी वृद्धि कर दी गई है। उन्होंने कहा कि वीसी के कार्यकाल में वृद्धि करके पंजाब सरकार के अपना विद्यार्थी और शिक्षा विरोधी चेहरा बेनकाब कर दिया है।