अपनी तथाकथित “किसान संसद” के लिए राहुल गाँधी आज सोनीपत के गन्नौर में किसानों से मिलने आये। कॉंग्रेस पार्टी लगातार बता रही है कि वो अपने राष्ट्रीय घोषणापत्र में सभी वर्गों के विचारों को सम्मिलित करेगी, लेकिन आज किये गए उनके कृत्य ने राहुल गाँधी और हुड्डा सरकार के दोगलेपन को सबके सामने उजागर कर दिया।
कुरुक्षेत्र के पीपली में पुलिस ने किसानों को अलोकतांत्रिक ढंग से गिरफ्तार कर लिया जब वो भारतीय किसान यूनियन अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी के नेतृत्व में राहुल गाँधी के समक्ष अपने सवाल रखने गन्नौर जा रहे थे। राज्य के हुड्डा सरकार का तानाशाही रवैया कई सवाल खड़े करता है।
राहुल गाँधी में यदि हर वर्ग के विचारों का समावेश करने की क्षमता नहीं है तो कॉंग्रेस पार्टी ऐसे ‘किसान संसदों’ की ढकोसलेबाज़ी क्यूँ कर रहे हैं ? आम आदमी पार्टी इस लोकतांत्रिक कार्य का कड़े शब्दों में निंदा करती है।
इतना ही नहीं, इस घटनाक्रम के जरिये हुड्डा सरकार का एक और दोहरा चरित्र प्रदर्शित होता है। रोहतक में कल हुए ‘आप’ की जनसभा में सुरक्षा के नाम पर राज्य सरकार ने लोगों के साथ एक भद्दा मज़ाक किया था। खचा-खच भरे मैदान में प्रशाशन के तरफ से सिर्फ बदइंतज़ामी और अव्यवस्था ही की गयी थी। अरविन्द केजरीवाल को सुनने आये हज़ारों आम लोगों के सुरक्षा की हुड्डा सरकार को कोई परवाह नहीं वहीँ दूसरी ओर किसानों को मात्र इस कारण से गिरफ्तार कर लेती है कि वो राहुल गाँधी से कुछ सवाल करना चाहते हैं।
जैसा कि कल रोहतक में एक सुर में पूरी जनसभा ने राज्य सरकार के प्रति ‘आप’ के अविश्वाश प्रस्ताव का समर्थन किया, आज की घटना ने ये साफ़ कर दिया है कि हुड्डा सरकार भ्रष्ट ही नहीं असंवेदनशील भी है। आम आदमी पार्टी पीपली में गिरफ्तार किये गये किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी के समर्थन में है और राज्य सरकार के अशोभनीय और अलोकतांत्रिक कृत्य की घोर निंदा करती है।