चंडीगढ़, 5 नवंबर: राज्य की सार्वजनिक विश्वविद्यालयों द्वारा आरंभ की गई स्किल डिवेल्पमैंट पहलकदमियों तहत स्किल डिवेल्पमैंट केंद्रों द्वारा पंजाब के नवयुवकों को रोजगार के अधिक अवसर देने के लिए बड़ा प्रौत्साहन दिया जायेगा। पंजाब के मुख्य सचिव श्री सर्वेश कौशल द्वारा पंजाब स्किल डिवेल्पमैंट की स्टीरिंग कमेटी की बैठक में स्किल डिवेल्पमैंट प्रोग्राम की भौतिक और वित्तीय प्रगति संबंधी विस्तार में समीक्षा की गई। इस मिशन तहत राज्य सरकार का एक नुकाती उद्धेश्य विभिन्न विभागों में स्किल डिवेल्पमैंट स्कीमों को सुचारू एवं प्रभावी ढंग से लागू करना है। इस अवसर पर लुधियाना, अमृतसर, जालंधर, बठिंडा और होश्यिारपुर के मल्टी स्किल डिवेल्पमैंट सैंटर के निर्माण स्थिति समीक्षा के दौरान लोक निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर ने बताया कि इन केंद्रों का निर्माण कार्य मार्च 2016 से संपूर्ण होंगे। यह केंद्र 28.29 करोड़ की लागत से तैयार होंगे। इन केंद्रों में लडक़ों और लड़कियों के लिए अनुमानित 26.91 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे। इस अवसर पर लोक निर्माण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को इन केंद्रों का दौरा करने के लिए भी कहा गया। मुख्य सचिव ने बताया कि वह सभी प्रमुख बैंकों और कार्पोरेट संस्थानों को पत्र लिखेंगे कि कार्पोरेट समाजिक जिम्मेवारी अधीन इन केंद्रों को फंड मुहैया करवाये जायें।
तकनीकी शिक्षा के सचिव श्री आर के वर्मा ने इस अवसर पर स्किल डिवेल्पमैंट प्रोग्राम तहत पंजाब के विश्वविद्यालय द्वारा आरंभ की गई पहलकदमियों संबंधी जानकारी दी। मुख्य सचिव को बताया गया कि चिकित्सा शिक्षा विभाग ने बाबा फरीद यूनीवर्सिटी ऑफ हेल्थ साईंसिज में स्किल डिवेल्पमैंट कोर्स आरंभ कर दिये हंै और मार्च 2016 तक राज्य के राजकीय चिकित्सा कालेजों में कोर्स आरंभ कर दिये जायेंगे।
मुख्य सचिव ने आई के जी पंजाब टैकनीकल यूनीवर्सिटी, जालंधर, महाराजा रणजीत सिंह स्टेट टैकनीकल यूनीवर्सिटी बठिंडा और अन्य विश्वविद्यालयों को स्किल डिवेल्पमैंट प्रौग्रामों के संकल्प, साधन और अंतरिम रिपोर्ट 1 महीने में देने के लिए कहा। उनहोंने कहा कि स्किल डिवेल्पमैंट मिशन तहत प्रशिक्षण देने वाले संाझीदारों का चयन दिसंबर, 2015 तक कर लिया जाये ताकि तीन चिकित्सा कालेजों में आरंभ किये जाने वाले कोर्सो में देरी ना हो।
साहिबजादा अजीत सिंह नगर लुधियाना, अमृतसर और जालंधर में निर्माण क्षेत्र से संबंधित चार स्किल डिवेल्पमैंट स्थापित करने संबंधी जानकारी देते हुये बताया कि श्रम विभाग द्वारा इस संबंधी भूमि, नक्शे और कोर्स संबंधी सभी आवश्यक कार्रवाई संपूर्ण कर ली गई है। मुख्य सचिव ने स्किल डिवेल्पमैंट मिशन को कहा कि वह इन केंद्रों के निर्माणप्रगति संबंधी मूल्यांकन करने केे आदेश देते हुये स्किल डिवेल्पमैंट मिशन तहत प्रशिक्षण देने वाले सांझीदारों का चयन आगामी दो महीनों में कर लिया जाये।
ऑटो मोबाइल क्षेत्र से संबंधित कपूरथला और मलेरकोटला में स्थापित किये जाने वाले केंद्रों संबंधी भौतिक और वित्तीय संबंधी जानकारी दी गई और साथ ही कृषि से संबंधित पंजाब कृषि विश्वविद्यालय और गढ़वासू द्वारा स्थापित किये जाने वाले केंद्रों संबंधी भी विस्तारपूर्वक समीक्षा की गई। सचिव तकनीकी शिक्षा को निर्देश दिये गये कि वह पंजाब कृषि विश्वविद्यालय और गढ़वासू के उप-कुलपतियों के साथ बैठक कर कंसेप्ट नोट और प्रोजेक्ट रिपोर्ट को अंतिम रूप दिया जा सके और कृषि एवं पशुपालन से संबंधित कोर्सो को मार्च 2016 में आरंभ किये जा सकें।
राज्य में खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में हो रहे बड़े निवेश पर रोशनी डालते हुये पंजाब स्किल डिवेल्पमैंट मिशन के अधिकारियों को आदेश दिया कि वह खाद्य प्रसंस्करण संबंधी कोर्स जोकि पंजाब कृषि विश्वविद्यालय और पंजाब एग्रो इंडस्ट्री और मार्कफैड के साथ आरंभ किये जाने है उन संबंधी आवश्यक कार्रवाईयों को शीघ्र संपूर्ण करने आरंभिक प्रशिक्षण योजना अधीन निर्माण कार्य से संबंधित श्रमिकों के लिए राज्य के 30 स्थानों पर एक जनवरी से 2016 से कोर्स आरंभ किये जायेंगे और यहां विद्यार्थीयों और प्रशिक्षितरों की उपस्थिति यकीनी बनाने के लिए बॉयोमीट्रिक हाजरी लागू की जायेगी। इस बैठक में अन्य के अतिरिक्त श्री विश्वजीत खन्ना वित्तायुक्त श्रम, श्री एम पी सिंह प्रधान सचिव तकनीकी शिक्षा, श्री जसपाल सिंह सचिव खर्चा, श्री राजकमल चौधरी सचिव सूचना प्रौद्योगिकी सहित अन्य उपस्थित थे।