लुधियाना : आजादी से पहले पुलिस अंग्रेजो की सुरक्षा करती थी और आज राजनैतिक नेताओं की सुरक्षा करती है। राजनैतिक नेताओ और पुलिस की मिलीभगत से आज आम आदमी सुरक्षित नही है। आजादी के बाद पहली बार यदि आम जनता के हक़ में आर. टी. आई. कानून आया तो भ्रष्ट अधिकारियो और राजनेताओ ने अपनी पोल खुलती देख पुलिस की मिलीभगत से आर. टी. आई. एक्टिविस्टों को ही मुजरिम बनाना शुरू कर दिया है।
विगत दिनों आर. टी. आई. एक्टिविस्ट सतपाल शर्मा के ऊपर उनकी ही गली में जानलेवा हमला हुआ और उन्हें ही आज पुलिस दोषी करार दे रही है।
इस सम्बन्ध में पीड़ित सतपाल शर्मा ने बताया कि उनकी गली के लोगो ने 2006 से ही अमर स्वीट के मिठाई बनाने वाले कारखाने के खिलाफ प्रशाशन में शिकायत दर्ज करवा रखी थी और 2008 में जब वह इस गली के अपने घर में शिफ्ट हुए तो उन्होंने भी मुहल्ले वालो के साथ मिलकर अमर हलवाई के खिलाफ उनकी सही मांग का समर्थन किया और न्याय पाने के लिए प्रशाशन को आर. टी. आई. डाली और अमर स्वीट के कारखाने को प्रशाशन ने दो बार सील किया। दूसरी तरफ उनके एक प्लाट पर कांग्रेसी नेता निरंजन सिंह तूर ने कब्ज़ा कर रखा है और उन्होंने भूमि माफिया के खिलाफ भी आर. टी. आई. लगा रखी है।
श्री शर्मा ने कहा कि कुछ दिन पहले जब वह अपनी गली से गुजर रहे थे तो अमर स्वीट शॉप के मालिक व् उनके 10-12 सहयोगियों ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया और गले में रस्सी डाल कर, डण्डो से जमीन पर गिरा कर मेरी पिटाई करनी शुरू कर दी और किसी तरह में लहूलुहान हालत में अपनी जान बचाकर घर पंहुचा। श्री शर्मा ने कहा उन लोगो ने मुझे जान से मारने के लिए हमला किया और पुलिस ने इस हमले को धारा 751 का मोड़ दे दिया।
श्री शर्मा ने कहा कि उनकी उम्र 67 साल है और वह क्लास वन रिटायर्ड अफसर है और कानून के अंतर्गत अपना कार्य कर रहे है लेकिन दूसरी तरफ अपने आप को समाज सेवक, भाजपा व् हिन्दू नेता कहने वाला संवेदना ट्रस्ट का प्रमुख रविंदर अरोरा जिसने हैबोवाल सड़क पर मेरे खिलाफ धरना लगाकर आम जनता को दो घंटे परेशान किया और कानून को अपने हाथ में लेकर इसका मजाक उड़ाया। क्या प्रशासन इस नेता पर पब्लिक को परेशान करने व् जाम लगाने का पर्चा दर्ज करेगा ।
आर. टी. आई. एक्टिविस्ट सतपाल शर्मा ने कहा कि अमर हलवाई व् उसके सहयोगियों पर धारा 307 के अंतर्गत पर्चा दर्ज किया जाये जिन्होंने मुझे जान से मारने की कोशिश की।
उन्होंने कहा कि उनकी जंग रिश्वतखोर, भ्रष्टाचार व् अन्याय के खिलाफ जारी रहेगी। कुछ समय पहले मैने समाज सेवा के लिए प्रति माह एक लाख रूपये की नौकरी छोड़ दी थी कि वह आर. टी. आई. एक्ट की जानकारी को घर घर तक पहुचाएंगे और समाज को भ्रष्ट मुक्त करेंगे।
उन्होंने कहा कि वह और उनकी पत्नी दोनों घर में अकेले रहते है यदि भविष्य में उनके ऊपर कोई हमला होता है तो इसकी सारी जिम्मेदारी पुलिस, प्रशाशन व् सरकार पर होगी। उनकी जान माल की सुरक्षा करना सरकार का कार्य है। उन्होंने कहा कि जब तक आरोपियों पर धारा 307 का पर्चा दर्ज नही होता वह चैन से नही बैठेंगे और अंतिम समय तक कानून की लड़ाई लड़ेंगे।