अमित शर्मा ,जम्मू : जम्मू के जिला राजौरी में पांच दिन पहले पुंछ के मंडी में और चार दिन पहले मेंढर और कुछ दिन दिन पहले मंजाकोट में नकाबपोशों के दिखने से दहशत फैल गई है। इतना ही नहीं कल रात नगर के गांव ठंडी कस्सी में देर रात बच्चा चुराने वाले गिरोह की अफवाह इस कदर फैली कि लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। दहशत का माहौल इतना था कि ग्राम सुरक्षा समिति के सदस्यों ने कुछ गोलियां हवा में भी दागी। रात को शोर मचा कि गांव में बच्चा चुराने वाले गिरोह के सदस्य आ पहुंचे हैं। इतने में लोग घरों से बाहर निकल आए। कोई कहता कि गिरोह के सदस्य इस तरफ भागा है तो कोई कहता दूसरी तरफ।
मौके पर ग्राम सुरक्षा समिति के सदस्य भी अपनी राइफलें ले आए और हवा में कुछ गोलियां दागी। सूचना मिलते ही पुलिस के जवानों को मौके पर रवाना कर दिया गया है। इस घटना के बाद क्षेत्र के लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है।.. राजोरी के थन्नामंडी से शुरू हुआ यह सिलसिला पुंछ पहुंचा और फिर राजोरी की तरफ अग्रसर हो गया। हालांकि पुलिस ने इसे अफवाह बताया है, लेकिन किसी प्रकार की जोखिम न उठाते हुए इन क्षेत्रों में पुलिस की तैनाती कर दी गई है। कई जगहों पर सर्च अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस भी इन नकाबपोशों को लेकर परेशान है। हर रोज किसी न किसी क्षेत्र से इनके दिखने की सूचना पर दौड़ना पड़ रहा है. रविवार रात को राजोरी के मंजाकोट के डेरी देरहलियोट में नकाबपोश देखे गए। ग्रामीणों का कहना था कि इन नकाबपोशों ने उनके घरों पर पत्थर मारे। इसी क्षेत्र के सरूला गांव के हजाम मोहल्ले में तीन नकाबपोश देखे गए। इनमें से एक ने महिला के कपड़े पहने थे और दो ने पूरा काला लिवास पहन रखा था। लोगों ने पुलिस को सूचित किया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं करने पर वे लोग आक्रोशित होकर सड़कों पर उतर आए. लोगों ने राजोरी-पुंछ हाईवे को देरहलियोट के पास सड़क को बंद कर दिया।
ग्रामीणों ने मांग की कि जब तक इन नकाबपोशों को पकड़ा नहीं जाता, वे लोग सड़क से नहीं हटेंगे। स्थिति को देखते हुए राजोरी के अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त मतलूब खान, डीएसपी हेडक्वार्टर मोहम्मद राशिद और तहसीलदार राजोरी भी मौके पर पहुंचे। लोगों को आश्वासन दिया कि इस पर गंभीरता से कार्रवाई की जाएगी। लोगों ने कहा कि उनके बच्चों को नकाबपोशों ने अपहरण करने की कोशिश की। जबकि घरों में पत्थर भी मारे। पुलिस का कहना है की अभी तक यह अफवाह ही है। उनके पास किसी बच्चे के अपहरण होने का मामला नहीं आया है। सरूला में नकाबपोश दिखने की जानकारी मिली। खोजबीन में कुछ भी हाथ नहीं लगा। यह अफवाह ही है। पुंछ से लेकर राजोरी तक इन नकाबपोशों की दहशत है। इनकी तलाश के लिए जगह जगह सर्च की जा रही है। कुछ दिन पहले बुद्धल में भी एक बच्चे के अपहरण की कोशिश की गई थी। यहां दिखे नकाबपोश मेंढर, बिज, मंडी, थन्नामंडी, मांजाकोट, सरूला, डेरी देरहिलयोट. ठंडी कस्सी ., शक में पुलिस कर्मी को धुना नकाबपोशों से लोग इस कदर दुखी हैं कि मेंढर में लोगों ने एक पुलिस वाले को ही धुन दिया। यह पुलिस कर्मी पुंछ से एक लड़की की वेरीफिकेशन करने के लिए आया था। वह लड़की के बारे में पूछताछ करने लगा तो लोगों ने शक के आधार पर उसे पीट दिया। वाही राजौरी के थानामंदी में भी पुलिस कर्मी की पिटाई हुए .. जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चा चोर गिरोह, नकाबपोश और रात को पथराव करने वालों का खौफ बना हुआ है। इससे चिंतित अलाल व कोट गांव के लोगों ने राजौरी थन्ना मंडी मार्ग को जाम कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि क्षेत्र में बच्चे चुराने वाला गिरोह, नकाबपोश व पत्थरबाज सक्रिय हैं, लेकिन अभी तक पुलिस किसी को नहीं पकड़ पाई है। अगर क्षेत्र में आतंकी होने की सूचना पुलिस या सेना को मिलती है तो पूरे क्षेत्र को घेरकर तलाशी अभियान शुरू कर दिया जाता है, लेकिन इतना सब कुछ होने के बाद भी अभी तक हमारे क्षेत्र में पुलिस का एक भी जवान नहीं पहुंचा है। इस कारण हमें कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हम अपने बच्चों को पढ़ाई के लिए स्कूल नहीं भेज पा रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी कोई उचित कदम नहीं उठाया जा रहा है। अगर जल्द से जल्द गांवों में सुरक्षा प्रबंध नहीं किए गए तो हम लोग उग्र प्रदर्शन करेंगे।,,इस मामले में जब हम ने राजौरी एस एस पि मुस्फर लताफी से बात की तो उन्हों ने इस मात्र अफवा बताया और यह भी कहा की पुलिस अपना कार्य कर रही है सरपंचो से बात की गी गए वाही आर्मी सेना से भी बात कर ली गी है पर इस मामले में उन्हों ने कहा की कुछ बच्चे माँ बाप और स्कुल में टीचरों की मार से तंग आ कर घर से भाग जाते है और लोग सोचते है उन्हें नकाबपोशों उठा कर ले गे है क्या ? कोई सच में नकाबपोशों है या यह मात्र अफवा है अगर अफवा है तो पुलिस खुल कर सामने क्यों नहीं आ रही ..आखिर कर कोण लोग है नकाबपोशों क्या यह सच में बच्चो को चुरा कर ले जाते है और बात में उनकी किडनी निकल लेते है यह फिर यह नकाबपोशों आतंकी तो नहीं जो भारत में आतंक को फेलाना कहते है क्या नकाबपोशों को पकड़ने में पुलिस कम जब होगी या फिर यह ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चा चोर गिरोह, नकाबपोश और रात को पथराव करने वालों का खौफ बना रहे गा यह तो आने वाला समय ही बता सकता है ..