अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश कौशिक, राष्ट्रीय महामंत्री मुन्ना कुमार शर्मा एवं राष्ट्रीय कार्यालय मंत्री वीरेश त्यागी ने एक संयुक्त वक्तव्य जारी करके महिला सन्यासिनों के लिए नए अखाड़े पर अपनी राय रखी है. गौरतलब है कि अलग पहचान के लिए परंपरा के खिलाफ अलग-अलग सम्प्रदायों से जुडी महिला संतों ने अपना नया अखाडा बना लिया है. महिला शंकराचार्य त्रिकाल भावंता की अगुआई में महिला अखाड़े की सभी तैयारियां भी पूरी कर ली गयी हैं. इसके लिए कथित संविधान और मान्यता पर चर्चा भी शुरू हो गयी है. जबकि कई अन्य अखाड़ों ने इसका परंपरा के नाम पर विरोध भी करना शुरू कर दिया है. राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री कौशिक एवं राष्ट्रीय महामंत्री श्री शर्मा ने बदलते समय की कसौटी पर परंपरा के अनुकूल कदम की जरूरत पर बल दिया है, वहीं धर्म के मूल स्वरुप से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ पर अपना विरोध भी प्रकट किया है. राष्ट्रीय कार्यालय मंत्री श्री त्यागी ने महिलाओं का सम्मान प्रत्येक जगह किये जाने की मांग की है एवं इस बात की उम्मीद जाहिर की है कि देश के सभी शंकराचार्य धर्म के अनुकूल इस विषय पर निर्णय लेंगे. हिन्दू महासभा, हिन्दू धर्म के रक्षण एवं संवर्धन हेतु किये गए प्रत्येक कार्य के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करती है.