राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि जगद्गुरू श्री शिव-रथरीश्वर महाविद्यापीठ और सुत्तूर मठ ने शिक्षा, स्वास्थ्य, आश्रय, भोजन, कौशल प्रशिक्षण, ग्रामीण विकास और सामाजिक सुधार के क्षेत्रों में अभूतपूर्व काम किया है। वे जगद्गुरू श्री शिव-रथरीश्वर महाविद्यापीठ अस्पताल की नई इमारत का उद्घाटन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महाविद्यापीठ अपने अस्पताल के माध्यम से क्षेत्र में कम दरों पर बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहा है।
राष्ट्रपति ने कहा कि स्वास्थ्य किसी भी व्यक्ति के लिए प्रमुख होता है। उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी ने कहा था कि स्वास्थ्य ही असली दौलत है न कि सोने और चांदी के टुकड़े। उन्होंने कहा कि लोगों के बेहतर स्वास्थ्य से ही देश के विकास के बारे में पता चलता है क्योंकि स्वस्थ्य आबादी ही शिक्षा, ज्ञान और रोजगार के अवसरों का बेहतर इस्तेमाल कर सकती है।
श्री प्रणब मुखर्जी ने कहा कि वर्ष 2005 में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य अभियान इसीलिए शुरू किया गया ताकि ग्रामीण लोगों के घरों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाई जा सकें। उन्होंने कहा कि भारत में स्वास्थ्य पर सकल घरेलू उत्पाद का 1.2 प्रतिशत खर्च किया जाता है, जिसे बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि महाविद्यापीठ अस्पताल जैसे चिकित्सा संस्थान स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।