समय-समय पर यह खबरें आ रही थी कि दुधारु पशुओं से दूध निकालने के लिए डेरी मालिक ऑक्सीटॉसिन टीके का गैर-कानूनी तरीके से इस्तेमाल कर रहे हैं। जिसका मनुष्य और पशुओं पर हानिकारक असर हो रहा है।
13 अप्रैल को यह जानकारी मिली कि इस दवा को एकत्र कर लिया गया है और कुछ बेइमान लोग दिल्ली में गाजीपुर डेयरी पर इसकी गैर-कानूनी तरीके से आपूर्ति कर रहे हैं। इस दवा की आवाजाही और इस कार्य में लगे लोगों के छिपने के ठिकानों के बारे में जानकारी जुटाने के लिए 14 अप्रैल को सीडीएससीओ के उत्तरी जोन के अधिकारियों ने निगरानी शुरू की। सुराग मिलने पर 15 अप्रैल को अपराधियों को रंगे हाथ पकड़ने के लिए पांच अधिकारियों और दिल्ली सरकार के चार दवा निरीक्षकों ने पुलिस की सहायता से छापा मारा।
प्लास्टिक की बोतलों में बड़ी मात्रा में ऑक्सीटॉसिन टीके और पशुओं से जुड़ी अन्य दवाएं परिसर से बरामद की गई।
पुलिस ने दो व्यक्तियों को हिरासत में ले लिया है और प्राथमिकी दर्ज की गई है। ऑक्सीटॉसिन पेप्टाइड हार्मोन है। इसका चिकित्सकीय इस्तेमाल है और इसे प्रसव पीड़ा बढ़ाने, प्रसवोत्तर रक्तस्राव रोकने के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है।
औषधि और सौंदर्य सामग्री नियमों, 1945 के अंतर्गत ऑक्सीटॉसिन दवा अनुसूची-एच दवा है और इसकी आपूर्ति रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर के पर्चे पर ही की जा सकती है।
इस दवा के वैध इस्तेमाल के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने 17.01.2014 को अनुच्छेद 26ए के अंतर्गत राजपत्र अधिसूचना जीएसआर 29(ई) जारी की थी।
बरामद दवाओं की सूची नीचे दी जा रही हैः-
क्र.सं. | दवा का नाम | बैच सं. | जमा की गई मात्रा | द्वारा निर्मित |
1. | ऑक्सीटॉसिन इंजेक्शन 100 मिली | ओएक्सवाई 003 | 390 बोतलें | मैसर्स प्रिया फार्मास्यूटिकल्स 823001 बी.सी.कानपुरलाइसेंस संख्या 1344199 |
2. | टन टनाटन दूध धारा(आक्सीटॉसिन होने का संदेह) | जिक्र नहीं | 160 बोतलें | मैसर्स दुर्गा कैमिकल, गया, बिहार |