अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश कौशिक एवं राष्ट्रीय महामंत्री मुन्ना कुमार शर्मा ने विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज के उस बयान का समर्थन किया है जिसमें भगवद्गीता को राष्ट्रीय ग्रन्थ घोषित करने की मांग की गयी है. गौरतलब है कि भगवद्गीता की 5151 वीं जयंती के मौके पर दिल्ली में गीता प्रेरणा उत्सव का आयोजन किया गया. इस मौके पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि गीता को राष्ट्रीय ग्रंथ का दर्जा पहले ही मिल गया है. सुषमा ने कहा कि पीएम ने अमेरिका के राष्ट्रपति ओबामा को गीता देकर पीएम ने राष्ट्रीय ग्रंथ का सम्मान पहले दे दिया है. राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री कौशिक ने स्पष्ट कहा कि यूँ तो भगवद्गीता की मान्यता राष्ट्रीय ग्रन्थ से बहुत ऊपर है क्योंकि इसके सिद्धांत सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड में लागू होते हैं. इसके बावजूद हिन्दू महासभा गीता के प्रति श्रद्धा रखने वालों का आदर करती है एवं उनकी मांग का समर्थन करती है. वहीं राष्ट्रीय महामंत्री श्री शर्मा ने इस मुद्दे पर किसी भी तरह की राजनीति कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि हिंदुत्व विरोधी किसी भी विचार को भारत की जनता स्वीकार नहीं करेगी. यदि गीता को राष्ट्रीय ग्रन्थ घोषित किया जाता है तो इससे भारतवासियों का सम्मान कई गुना बढ़ जायेगा. हिन्दू महासभा के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने इस अवसर पर जीवन में गीता के सिद्धांतों का पालन करने का संकल्प दुहराया.